सीएसए की गृह वैज्ञानिकों द्वारा नवनिर्वाचित 24 महिला प्रधानों को प्रशिक्षण

कानपुर। गत माह उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आंनदी बेन की अध्यक्षता में विभिन्न विश्वविद्यालयो के कुलपतियों व अन्य पदाधिकारियों के साथ हुई वर्चुअल मीटिंग में उनके द्वारा प्रदत्त दिशा निर्देशों के क्रम मेंं दिनांक 30 जून, को विकासखंड मैथा की नवनिर्वाचित महिला प्रधानों की जागरूकता गोष्ठी का आयोजन खंड विकास अधिकारी मैथा एवम चंद्रशेखर आज़ाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम में विकड़खण्ड मैथा से नवनिर्वाचित 24 महिला प्रधानों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम की शुरुआत खंड विकास अधिकारी डॉ. पी.के. गुप्ता द्वारा विभिन्न विकासोन्मुखी योजनाएं जो की सरकार द्वारा ग्राम विकास हेतु चलाई जा रही हैं के बारे में जानकारी द्वारा हुई। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए चंद्र शेखर आज़ाद कृषि विश्ववविद्यालय की प्राध्यापक डॉ मिथिलेश वर्मा ने विभिन्न योजनाओं की विस्तृत चर्चा करते हुए ग्राम प्रधानों को उनके काम क्या होते हैं यह बताया साथ ही उन्हें आगे बढ़ कर अपने अपने गांव को आदर्श गांव बनाने को प्रेरित किया और कहा कि इंसान का काम बोलता है  अगर आप अच्छा काम करेंगे तो आगे कई सत्र उनको मिल सकते हैं। और महिलाओं की योग्यता पर विश्वास करते हुए जब ग्रामीणों ने उन्हें यह मौका प्रदान दिया है तो ग्राम प्रधानों का यह दायित्व बन जाता है कि वे ग्रामीणों के विश्वास पर खरे उतरे। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र की गृह वैज्ञानिक डॉ चंद्रकला ने नव निर्वाचित महिला प्रधानों को शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि महिला प्रधान तो निर्वाचित होती है लेकिन उसके साथ प्रधान पति का भी एक पद स्वतः  क्रिएट हो जाता है  अब आप महिला प्रधानों से यह अनुरोध है कि आप प्रधान पति के द्वारा काम न करवा कर स्वयं करें ताकि आप का गांव के साथ सा चहुमुखी विकास हो। उन्होंने महिला प्रधानों को स्वयं आगे बढ़कर कार्य करने एवं करवाने को प्रेरित किया। इसी कड़ी में कृषि विज्ञान केंद्र दलीप नगर की डॉ निमिषा अवस्थी ने नव निर्वाचित महिला प्रधानों से कहा कि वे गांव की चयनित प्रधान हैं अर्थात आप सशक्त महिला का परफेक्ट उदाहरण हैं अतः आपसे उम्मीद है कि आप अपना व अपने ग्राम।की सभी।महिलाओं का शैक्षिक, आर्थिक,सामाजिक सशक्तिकरण करेंगी और अब जब हम अगली बार मिलेंगे तो वे ग्राम प्रधान माइक पर बोलने लगे जाएं काम से इतना विकास तो उनका हो ही जाए।इसी के साथ डॉ अवस्थी ने महिला प्रधानों से उनके गांवो में सभी घरों में गृह वाटिका लगवाने व स्कूल आंगनवाड़ी केंद्र व ग्राम समाज की जमीन पर सामुदायिक गृहवाटिका बनवाने का सुझाव देते हुए कहा कि कानपुर देहात में काफी कुपोषण है और कुपोषण से लड़ने में गृह वाटिका का बहुत योगदान है। कार्यक्रम में सामुदायिक रेडियो सेन्टर मैथा की राधा शुक्ला जी व सहायक विकास अधिकारी आजीविका मिशन से जुड़े अन्य कर्मचारी मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में डॉ मिथिलेश वर्मा ने खंड विकास अधिकारी को नवनिर्वाचित महिला प्रधानों व अन्य प्रधानों की भी एक ओरिएंटेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम 2 दिवसीय आयोजित करने हेतु सलाह दी जिससे उन्हें अपने अधिकार एवम कर्तव्यों का भलीभांति ज्ञान हो जाये। s