कुलपति ने 15 दिवसीय विद्यार्थी विकास प्रशिक्षण का किया शुभारंभ

कानपुर । सीएसए में विद्यार्थी विकास कार्यक्रम विषय पर 15 दिवसीय (15 से 29 सितंबर) राष्ट्रीय आभासी प्रशिक्षण का शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं कुलपति डॉ. डीआर सिंह के द्वारा किया गया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य कृषि स्नातकोत्तर छात्र छात्राओं में संचार कौशल के माध्यम से व्यक्तित्व विकास करना है मुख्य अतिथि ने बताया कि यदि सॉफ्ट स्किल बेहतर हो तो नौकरी ही की तलाश करने और नौकरी में प्रोन्नत पानी एवं स्वयं का उद्यम प्रारंभ करने में कोई मुश्किल नहीं होती है उन्होंने योजना एवं विश्व विद्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली का आभार व्यक्त किया जिस के सहयोग से ऐसे कार्यक्रम दिन प्रतिदिन आयोजित किए जा रहे हैं और सिर्फ सी एस ए की ही नहीं बल्कि देश की सभी कृषि विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी निरंतर लाभान्वित हो रहे हैं। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि स्पीकवेल कानपुर की संस्थापक मैडम शेफाली राज ने संदेश दिया कि ऐसे कार्यक्रमों से विद्यार्थियों का चौमुखी विकास होता है और विद्यार्थियों में आत्मविश्वास बढ़ता है तथा उनका संपूर्ण व्यक्तित्व बदल देता है निदेशक शोध डॉ हर ज्ञान प्रकाश जी ने अतिथियों तथा प्रतिभागियों का स्वागत किया उन्होंने प्रशिक्षण के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि संचार कौशल स्पष्ट बोलना ध्यान से सुनना शाब्दिक एवं अशाब्दिक संचार संकेत इत्यादि विषयों पर विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण के कोर्स डायरेक्टर डॉ सी एल मौर्य ने प्रशिक्षण का संचालन करते हुए अवगत कराया कि आभासी प्रशिक्षण हेतु देश के कुल क्षेत्र विश्वविद्यालयों की 260 छात्र छात्राओं ने पंजीकरण कराया है जिनमें कुल 25.4 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित हुई है इस प्रशिक्षण में कुल 15 व्याख्यान विभिन्न विषयों पर अगले 15 दिनों में आयोजित किए जाएंगे। प्रख्यात प्रशिक्षक एवं शिक्षाविद मैडम शेफाली राज एमडी पीएसआईटी कानपुर एवं संस्थापक स्पीकवेल कानपुर डॉक्टर पूजा जैन विभागाध्यक्ष अंग्रेजी विभाग असम, मिस गीतांजलि अरोरा सॉफ्ट स्किल ट्रेनर  स्पीकवेल मिस ऐश्वर्य ऑनलाइन ट्रेनर पेरिस फ्रांस एवं मिस रेशम जैन इंग्लिश एवं सॉफ्टवेयर स्किल ट्रेनर द्वारा विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि विद्यार्थी देश के भविष्य होते हैं और शिक्षक की जिम्मेदारी होनी चाहिए कि वे अपने विद्यार्थियों को बेहतर भविष्य का निर्माण करें।जिससे देश प्रत्येक क्षेत्र में तरक्की करेगा।s