एक बार रक्तदान करने वाला व्यक्ति चार लोगों की बचाता है जान
कानपुर । रक्तदान से बड़ा कोई महादान नहीं है और रक्तदान करने से किसी अनजान व्यक्ति को मौत के मुंह से बाहर निकाला जा सकता है। ऐसे में समाज के सभी लोगों को यह प्रयास करना चाहिये कि अपने जीवन में कम से कम एक बार दूसरों के लिए रक्तदान अवश्य करें। यही नहीं नियमित रुप से रक्तदान करने वाले लोग ऊर्जावान और निरोग भी होते हैं। यह बातें सोमवार को रक्तदान दिवस पर एडीएम सिटी अतुल कुमार श्रीवास्तव ने कही।
स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के अवसर पर जिला रेडक्रास सोसाइटी कानपुर द्वारा ओमकारेश्वर सरस्वती विद्या मंदिर जवाहर नगर में एक रक्तदान शिविर शिविर का आयोजन किया। शिविर काशुभारम्भ एडीएम सिटी अतुल कुमार श्रीवास्तव, अपर पुलिस आयुक्त डा. संजीव त्यागी और सीएमओ डा. नेपाल सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। शिविर में अपर जिलाधिकारी ने रक्तदान करने वालों में 54 बार रक्तदान करने वाले आर के सफ्फड़ तथा 15 बार रक्तदान करने वाले लखन शुक्ला मास्टर ट्रेनर रेडक्रॉस की भूरि भूरि प्रसंशा की। अपर जिलाधिकारी ने कोरोना काल में रक्तदान करने वाले सभी रक्तदानियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि नियमित रुप से जो लोग रक्तदान करते हैं वह व्यक्ति ऊर्जावान और रोगों से दूर रहते हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि रक्तदान करने के बाद शरीर में नया रक्त आ जाता है। एक बार रक्तदान देने वाला व्यक्ति चार लोगों की जान बचाता है इसलिए रक्तदान महादान है। आर के सफ्फड़ सचिव रेडक्रॉस ने बताया एक स्वस्थ व्यक्ति अट्ठारह साल की उम्र से लगाकर 65 साल की उम्र तक साल में तीन से चार बार रक्तदान कर सकता है। यूएचएम ब्लड बैंक की टीम ने रक्तदाताओ का उत्साहवर्धन किया। इस दौरान किया। अपर पुलिस आयुक्त कानपुर डा नेपाल सिंह मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. उमेश पालीवाल, डा. एस के मिश्रा, डा. अंगद सिंह, डा. पूजा अवस्थी आदि मौजूद रहें।
स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के अवसर पर जिला रेडक्रास सोसाइटी कानपुर द्वारा ओमकारेश्वर सरस्वती विद्या मंदिर जवाहर नगर में एक रक्तदान शिविर शिविर का आयोजन किया। शिविर काशुभारम्भ एडीएम सिटी अतुल कुमार श्रीवास्तव, अपर पुलिस आयुक्त डा. संजीव त्यागी और सीएमओ डा. नेपाल सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। शिविर में अपर जिलाधिकारी ने रक्तदान करने वालों में 54 बार रक्तदान करने वाले आर के सफ्फड़ तथा 15 बार रक्तदान करने वाले लखन शुक्ला मास्टर ट्रेनर रेडक्रॉस की भूरि भूरि प्रसंशा की। अपर जिलाधिकारी ने कोरोना काल में रक्तदान करने वाले सभी रक्तदानियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि नियमित रुप से जो लोग रक्तदान करते हैं वह व्यक्ति ऊर्जावान और रोगों से दूर रहते हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि रक्तदान करने के बाद शरीर में नया रक्त आ जाता है। एक बार रक्तदान देने वाला व्यक्ति चार लोगों की जान बचाता है इसलिए रक्तदान महादान है। आर के सफ्फड़ सचिव रेडक्रॉस ने बताया एक स्वस्थ व्यक्ति अट्ठारह साल की उम्र से लगाकर 65 साल की उम्र तक साल में तीन से चार बार रक्तदान कर सकता है। यूएचएम ब्लड बैंक की टीम ने रक्तदाताओ का उत्साहवर्धन किया। इस दौरान किया। अपर पुलिस आयुक्त कानपुर डा नेपाल सिंह मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. उमेश पालीवाल, डा. एस के मिश्रा, डा. अंगद सिंह, डा. पूजा अवस्थी आदि मौजूद रहें।