बाल श्रम के विरोध में चला हस्ताक्षर अभियान

कानपुर। बाल मजदूर विरोध दिवस के अवसर पर मुसीबत में फंसे बच्चों की मदद के लिए संचालित रेलवे चाइल्डलाइन कानपुर नगर व बाल सेवी संस्था सुभाष चिल्ड्रेन सोसाइटी के संयुक्त तत्वाधान में बाल श्रम विरोध में हस्ताक्षर अभियान कार्य्रकम का आयोजन कानपुर सेन्ट्रल स्टेशन परिसर में किया गया जिसका मुख्य उददेश्य जनसामान्य को बच्चों कों बाल मजदूरी में लिप्त कर उनका भविष्य न बर्वाद करने बल्कि उन्हं स्कूल भेजने का संदेश देना था। कार्यक्रम में नंन्हे मुन्ने बच्चों को गुब्बारे व टाॅफिया बांटी गई। जिसकंे साथ ही कार्यक्रम के माध्यम से 1000 से अधिक यात्रियों ने बाल मजदूरी न कराने व बाल मजदूर बच्चों की सूचना रेलवे चाइल्डलाइन को देने का संकल्प लिया। कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि  हिमांशु शेखर उपाध्याय निदेशक रेलवे स्टेशन कानपुर स्टेशन का माल्यार्पण कर व मुख्य अतिथि द्वारा अपने हस्ताक्षर करके किया। जिसके साथ ही मुख्य अतिथि द्वारा जनसामान्य को यह संदेश दिया कि बच्चों की सही जगह स्कूल है न की कारखाना व ढाबा। बच्चों को बाल मजदूरी जैसे दलदल में न फंसाये, उन्हें शिक्षा से जोडे। बाल मजदूरी के कारण बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास नहीं हो पाता है और वह अपने जीवन में कुछ नहीं कर पातें।साथ ही उन्होने बताया कि शिक्षा से मजबूत कोई हथियार नही है और शिक्षित होकर हम अपने पैरों में खडे होकर अपना जीवनयापन कर सकते है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से आये विचारों एवं बाल मजदूरी के विरोध में लिखे गये शब्दों मे प्रमुख रूप से लिखा था कि बाल मजदूरी हटांए बचपन बचांए, आधी रोटी खायेंगे स्कूल पढ़ने जायेगें, हम सब बच्चों का है अधिकार पूर्ण सुरक्षा पोषण प्यार बाल मजूदरी हमारे देष में एक कलंक की तरह है जिसे जड़ से समाप्त करना चाहिए’’,बच्चे हमारे देष का भविष्य है इन्हें मजदूर बनाकर देष का भविष्य न बिगाड़े बाल मजदूरी कराना सबसे बड़ा पाप है, सेव अवर कन्ट्री फ्यूचर, बच्चो को न समझे शैतान बच्चे है भारत की शान, वी मस्ट सेव चाइल्ड, बच्चो से बाल श्रम कराना नरक जाने का रास्ता बनाने के समान है आदि। रेलवे चाइल्डलाइन कानपुर के निदेशक कमल कान्त तिवारी ने बताया कि बाल मजदूर विरोध दिवस पर लोगों में बाल मजदूरी न कराने की जागरूकता हेतु इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। साथ ही उन्होने जनसामान्य से अपील की कि वह बाल मजदूरी को खत्म करके अपने बच्चों को शिक्षा से जोडे। शिक्षा का अधिकार कानून के तहत बच्चों को निशुल्क शिक्षा का प्रावधान है, इसलिए अपने बच्चों को काम पर न भेजे। रेलवे चाइल्डलाइन के समन्वयक गौरव सचान ने बताया कि कार्यक्रम का आयोजन सफल रहा और इसमें लगभग 1000 से अधिक लोगों ने सहभागिता निभाई जबकि 5000 से अधिक से अधिक लोगों को चाइल्डलाइन की इस मुहिम से जुड़ने के लिए जागरूक किया गया।

इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुख्य अतिथि मुख्य अतिथि स्टेशन निदेशक हिमांशु शेखर उपाध्याय, निदेशक आरपीएफ प्रभारी प्रधुम्न कुमार ओझा,  स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार तिवारी मुख्य टिकट निरीक्षक विजय किशोर तिवार बाल संरक्षण अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार ओझा, रामानंद पाठक, लखन सिंह रेलवे चाइल्ड लाइन  आर0पी0 एन0 त्रिवेदी जी0आर0पी0 व आर0पी0एफ0 कर्मी संस्था के अध्यक्ष कमल कान्त तिवारी रेलवे चाइल्ड लाइन के समन्वयक गौरव सचान, संगीता सचानए रीता सचानए प्रदीप पाठक उमाशंकर नारायण दत्तए मंजू लता दूबे आदि लोग सहित रेलवे प्लेटफार्म की पाठशाला के बच्चे भी उपस्थित रहें।s