शहर काजी हाफिज अब्दुल कुददूस के अपमान पर मुस्लिम समाज में आक्रोश

कानपुर-शहर काजी हाफिज अब्दुल कुददूस का जमीअतुल कुरेश गरीब नवाज के अध्यक्ष हाजी दिलशाद द्वारा सोशल मीडिया पर दिए गए अपमानजनक बयान से नगर के मुसलमानों में आक्रोश उत्पन्न हो गया।इसी के साथ नगर के कुरैशी समाज ने हाजी दिलशाद का सामाजिक बहिष्कार कर उनको कमेटी से बाहर कर दिया।इस संबंध में आज नगर के कुली बाजार क्षेत्र में काफी तादाद में मुसलमानों ने निकलकर हाजी दिलशाद व हाजी सलीस मुर्दाबाद के नारे लगाए,और शहर काजी से माफी मांगने की मांग की।

इसी के साथ जिला प्रशासन ने भी विरोध प्रदर्शन कर रही हैं क्षेत्रीय जनता पर कोरोना कर्फ्यू के उल्लंघन में हाफिज अब्दुल क़ुददूस के साथ 10 नामजद व 60 अज्ञात पर मुकदमा लिख कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर दी।
 विदित हो कि ईद के बाद हाजी दिलशाद द्वारा शहर काजी हाफिज अब्दुल कुददूस को सोशल मीडिया पर अपमानित किया गया था,जिसको लेकर नगर के मुसलमानों में आक्रोश उत्पन्न हो रहा था।इस संबंध में जमीअतुल कुरेश के पदाधिकारियों संग सुन्नी उलेमा काउंसिल के महामंत्री हाजी सलीस ने बैठक कर जमीअतुल कुरेश के पदाधिकारियों का समझौता करा दिया था,समझौते में जमीअतुल कुरेश के पदाधिकारियों ने हाजी दिलशाद से शहर क़ाज़ी से माफी मांगने की मांग रखी,जिसको हाजी सलीस ने ठुकरा दिया,इस पर जमीअतुल कुरेश के पदाधिकारियों ने समझौता रद्द कर दिया।
इसी के बाद क्षेत्रीय मुसलमानों ने कुली बाजार स्थित मदरसा जामियातुल राइन में पहुंचकर शहर काजी हाफिज अब्दुल कुददूस हादी के समर्थन में वह हाजी दिलशाद और हाजी सलीस के विरोध में नारेबाजी की,भीड़ बढ़ती देख जिला प्रशासन ने भी जवाबी कार्रवाई कर 10 नामजद और 60 अज्ञात के खिलाफ कोरोना कर्फ्यू उल्लंघन का मुकदमा लिख दिया।
इस संबंध में कुरैशी समाज के लोगों ने कहा हाजी दिलशाद और उसके साथ जुड़े लोग गोश्त के कारोबार पर एकक्षत्र राज करना चाहते हैं जिससे क़ुरैशी समाज उनकी गुलामी करता रहे, जमीअतुल कुरेश गरीब नवाज के एक सदस्य ने नाम न छापने की शर्त पर बताया हाजी दिलशाद कहते हैं हम समाज सेवा कर रहे हैं,जबकि वह कोई समाज सेवा नहीं कर रहे वह तो व्यापार कर रहे हैं,नगर में सप्लाई होने वाले गोश्त के मुनाफे में वह और उनके सभी साथी बराबर का हिस्सा लेते हैं,जबकि हक़ीक़त में शहर काजी तो सिर्फ समाज सेवा ही कर रहे हैं।अब प्रश्न यह उठता है कि इस व्यवसायिक लड़ाई को हाजी दिलशाद और उसके किन साथियों ने धार्मिक लड़ाई बनाया,और इससे किन सियासी लोगों को भविष्य में फायदा पहुंचने की उम्मीद है!v