कानपुर- नगर में गोश्त चालू कराने के विवाद में शहर काजी हाफिज अब्दुल क़ुददूस और जमीअतुल कुरेश गरीब नवाज के अध्यक्ष हाजी दिलशाद के बीच शुरू हुई जुबानी जंग अब धमकियों तक पहुंच चुकी है।
विदित हो कि गत दिनों नगर में गोश्त बिकने के श्रेय को लेकर हाजी दिलशाद ने शहर काजी पर विवादित टिप्पणी की थी,जिससे क़ुरैशी समाज में आक्रोश उत्पन्न हो गया था।इन्हीं आरोप-प्रत्यारोप को लेकर क़ुरैशी समाज के जिम्मेदारानो काले मियां जी,अतीक क़ुरैशी,हाजी शहंशाह आलम क़ुरैशी,नफीस कुरेशी,अरशद क़ुरैशी आदि ने बैठक कर हाजी दिलशाद से माफी मांगने की मांग रखी थी, माफी ना मांगने की सूरत में हाजी दिलशाद को कमेटी के अध्यक्ष पद से हटाने की धमकी दे डाली थी,इसी के साथ हाजी दिलशाद ने भी पलटवार करते हुए उपरोक्त सदस्यों को कमेटी में शामिल ना करने की धमकी दे डाली।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2017 में प्रदेश में भाजपा सरकार बनने पर नगर निगम के अवैध स्लाटर बंद कर दिए गए थे,उसके स्थान पर योगी सरकार ने कुरैशी समाज की समस्याओं को देखते हुए उन्हें उन्नाव के आधुनिक स्लाटर हाउस से गोश्त लाकर बेचने की अनुमति दी थी।
तो यहीं से शुरू हो गया कुरैशी समाज के हक पर डकैती डालने का काम।नगर के क़ुरैशी समाज को विश्वास में लेकर उनकी समस्याओं की लड़ाई लड़ने उतरी जमीअतुल कुरेश गरीब नवाज के पदाधिकारियों ने नगर में गोश्त सप्लाई का काम शुरू कर गोश्त सप्लाई से होने वाली लाखों रुपए रोज की कमाई पर एकछत्र राज स्थापित कर लिया,जबकि नगर का क़ुरैशी समाज आज भी दयनीय स्थिति में अपना जीवन यापन कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार कुरैशी समाज के नाम पर हो रही लाखों रुपए रोज की कमाई ही इस विवाद का असली कारण है इसीलिए जमीअतुल कुरेश गरीब नवाज के अध्यक्ष अपना पद छोड़ने को तैयार नहीं है,इसी के साथ कमेटी के पूर्व अध्यक्ष ने अन्य सदस्यों को धमकी दे डाली है कि अगर उनको अध्यक्ष पद से हटाया गया तो वह कुरैशी समाज के नाम पर कर रहे गबन का पर्दाफाश कर देंगे,जिसमें बकर मंडी स्थित कुरैशी समाज के कब्रिस्तान में लगने वाली होर्डिंग का अवैध ढंग से लिया जा रहा पैसा भी शामिल है।
अब प्रश्न यह उठता है कि वह कौन से राज हैं जिनकी धमकी मिलने पर सभी जिम्मेदार एकदम से मौन हो गए हैं?v