या अल्लाह मस्जिद अक़्शा की हिफाज़त फरमा इज़राईल को तबाह कर


कानपुर 08 मई रमज़ानुल मुबारक के पाक महीने में इज़रायली सेना ने मस्जिद ए अक्शा परिसर में घुसकर नमाज़ियों रोज़दारों पर ग्रेनेडो व गोलियों से हमला किया जिसमें सैकड़ो नमाज़ी महिलाएं व बच्चे भी हमले का शिकार हुए है हमला मानवता को शर्मसार करने वाला था।


खानकाहे हुसैनी में मोहम्मदी यूथ ग्रुप की एक मीटिंग हुई मीटिंग का आगाज़ कुरानपाक की तिलावत के साथ हाफिज़ मोहम्मद कफिल हुसैन ने किया जिसमें इज़राईल की हुकूमत की मज्ज़मत करते हुए ग्रुप के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड ने कहा इज़राईल इंसानियत व अमन का दुश्मन है उसको खून-खराबा पसंद है दुनियां के मुल्कों को इज़राईल की यह नापाक हरकत पर पूरी तरह से बहिष्कार करना चाहिए संयुक्त राष्ट्र संघ से मामले को संज्ञान में लेकर कार्यवाही करने की मांग की। मीटिंग में मौजूद सभी लोगो में मुस्लिम राष्ट्रों के खिलाफ भी नाराज़गी थी उनकी खामोशी इज़राईल का समर्थन करने जैसा है 50 से भी ज़्यादा मुस्लिम देश गूंगे अन्धे बहरे है जो उनको इज़राईल का फिलिस्तीनीयों पर ज़ुल्म नही दिखता। 

मीटिंग के बाद हज़रत ख्वाजा सैय्यद दाता हसन सालार शाह (रह०अलै०) की दरगाह पर चादर चढ़ाकर दुआ की गयी दुआ में ऐ अल्लाह अपने हबीब के सदके ज़ालिम इज़राईल को नेस्नाबूत करने, मस्ज़िद अक्शा और फिलिस्तीनीयों की हिफाज़त करने, हमले में जो जख़्मी हो गये उनको शिफा देने जो शहीद हुए उनके घर वालों को सब्र देने की दुआ हुई।

दुआ में इखलाक अहमद डेविड चिश्ती, सूफी मोहम्मद मोईनुद्दीन चिश्ती, हाफिज़ मोहम्मद ज़ाहिद, हाफिज़ मोहम्मद कफील हुसैन, हाफिज़ शकील अहमद, हाफिज़ मुशीर अहमद, हाजी गौस रब्बानी, मोहम्मद फाज़िल चिश्ती, मोहम्मद राहिल, मोहम्मद शाहबे आलम, मोहम्मद जावेद, परवेज़ आलम वारसी, अयाज़ अहमद चिश्ती, गुफरान मजीद, अफज़ाल अहमद आदि लोग मौजूद थे।