जमीअतुल कुरेश गरीब नवाज के अध्यक्ष को किया जाएगा बर्खास्त-काले मियां जी


कानपुर-जमीअतुल कुरैश गरीब नवाज के अध्यक्ष हाजी दिलशाद द्वारा शहर काजी हाफिज अब्दुल क़ुददूस के संबंध में दिया गया बयान तूल पकड़ता जा रहा है।जिसको लेकर जमीअतुल कुरेश गरीब नवाज के पदाधिकारियों और सदस्यों के साथ नगर के क़ुरैशी समाज ने नाला रोड खलवा स्तिथ अपने कैम्प कार्यालय में बैठक कर हाजी दिलशाद के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया,और साथ ही हाजी दिलशाद को चेतावनी दी गई कि वह हाफिज अब्दुल क़ुददूस से लिखित माफी मांगे अन्यथा की हालत में कोर कमेटी उनको अध्यक्ष पद से हटाकर दूसरे अध्यक्ष का चुनाव करेगी।

विदित हो कि 2 दिन पूर्व जमीअतुल कुरेश गरीब नवाज के अध्यक्ष हाजी दिलशाद और उनके साथ सुन्नी उलेमा काउंसिल के महामंत्री हाजी सलीस ने सोशल मीडिया के द्वारा उन्नाव गोश्त कंपनियों से आने वाले गोश्त को लेकर शहर काजी हाफिज अब्दुल क़ुददूस पर गंभीर आरोप लगाए थे,जिसके संबंध में नगर का क़ुरैशी समाज हाजी दिलशाद के विरोध में खड़ा हो गया और कहा हाजी दिलशाद नगर की जनता और क़ुरैशी समाज की भलाई की जगह राजनीति कर अपनी राजनीतिक दुकान चमकाना चाहते हैं जिससे वह नगर कांग्रेस कमेटी में अपनी पैठ मजबूत कर सके।
बैठक में जमीअतुल कुरेश गरीब नवाज के संरक्षक काले मिया जी क़ुरैशी ने हाजी दिलशाद को आड़े हाथों लेते हुए कहा हाजी दिलशाद ने जिस तरह शहर काजी की शान में गुस्ताखी की है नगर का कुरैशी समाज उनको कभी माफ नहीं करेगा,अगर दिलशाद ने शहर क़ाज़ी से माफी नहीं मांगी तो उनको अध्यक्ष पद से भी हटा दिया जाएगा।
ऑल इंडिया जमीअतुल कुरैश के राष्ट्रीय महासचिव हाजी अफजाल कुरैशी ने नगर अध्यक्ष की कड़ी आलोचना की और कहा जिस तरह नगर अध्यक्ष क़ुरैशी समाज को बांट कर अपना हित साधना चाह रहे हैं,ऑल इंडिया जमीअतुल कुरैश उनके मंसूबे कभी पूरे नहीं होने देगा।
हाजी शहंशाह आलम क़ुरैशी ने तो हाजी दिलशाद को जल्लाद की संज्ञा दी,और कहा हाजी दिलशाद तो हमेशा मरे हुए जानवरों का काम करता रहा है, उसका हलाल गोश्त से कभी कोई वास्ता नहीं रहा,वह आज क़ुरैशी समाज का अध्यक्ष कैसे बन गया हाजी दिलशाद ने अपने नाम के आगे क़ुरैशी लिखकर कुरैशी बिरादरी के हक पर डाका डाला है।तो वही हाजी अतीक कुरैशी ने कहा गोश्त बंदी में बेरोजगार हुए क़ुरैशी समाज के लोगों के लिए कमेटी का गठन किया गया था और कंपनी से आने वाले गोश्त के मुनाफे में उन बेरोजगारों को जोड़कर उनके जीविकोपार्जन की बात की गई थी,लेकिन जमीअतुल कुरेश गरीब नवाज के अध्यक्ष ने कभी उन गरीबों की कोई सुध नहीं ली बल्कि वह खुद अपनी जेब भरने में लग गए।
अब प्रश्न यह उठता है कि नगर में सप्लाई होने वाले गोश्त की कमाई ही कहीं इस विवाद का कारण तो नहीं जिस पर माफिया पहले ही से नजर गड़ाए बैठे हैं अगर यह विवाद लंबा खिंचता है तो नगर की मांसाहारी जनता को एक बार फिर गोश्त खाने से वंचित होना पड़ सकता है।
बैठक में प्रमुख रूप से काले मियां जी कुरैशी,हाजी शहंशाह आलम क़ुरैशी,नफीस कुरैशी अतीक क़ुरैशी,हाजी अफजाल क़ुरैशी,गुलाब कुरैशी,अरशद क़ुरैशी,हाजी मुक़ीम अहमद कुरैशी,वासिफ क़ुरैशी,आफताब क़ुरैशी,रोशन क़ुरैशी,शकील क़ुरैशी,आसिफ क़ुरैशी के साथ नगर का समस्त क़ुरैशी समाज मौजूद रहा।v