सरकार चलाने वालों की दुकान खुल सकती है, परिवार चलाने वालों की नहीं.. राकेश मिश्रा


कानपुर, वैश्विक महामारी को लेकर जहां दवाई आईसीयू वेंटीलेटर की मांग को लेकर हाहाकार मचा हुआ है वहीं दूसरी तरफ योगी सरकार द्वारा कानपुर में शराब की दुकान  खोलकर वायरस को फैलाने का मौका दे दिया है। अखिल भारतीय पीड़ित अभिभावक महासंघ के अध्यक्ष एवं मायरा फाउंडेशन ट्रस्ट के सदस्य राकेश मिश्रा ने सरकार से प्रश्न किया कि क्या कोरोना का वायरस शराब की दुकान पर नहीं जाएगा। संघ के सदस्यों द्वारा मांगी गई कि सरकार निजी विद्यालयों से बच्चों की फीस, दुकानो का बिजली का बिल, मकान व दुकान का किराया, बैंक का ब्याज माफ करें। राकेश मिश्रा द्वारा आगे कहां गया की जिसके सरकार का पेट पलता है वह शराब की दुकानें तो खोल दी गई परंतु जिससे परिवार का पेट पलता है वह दुकानें बंद है, यह अत्यंत ही शर्मनाक है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सहयोग रहा।राकेश अमित जायसवाल,सोहन वर्मा ,विमल जायसवाल,बबलू सोनकर ,द्वारका प्रसाद जायसवाल , आकाश जायसवाल, बच्चा अग्रहरि, सचिन जायसवाल,संतोष जयसवाल,आचार्य पंकज शर्मा, सुधीर मिश्रा,निशिश जायसवाल, आदि लोग मौजूद रहे!s