कोरोना वायरस से जंग जीतने के लिए अज़ाने हुई


कानपुर 01 मई कोरोना वायरस के मुल्क से खात्मे के लिए मोहम्मदी यूथ ग्रुप की अपील पर मुल्क, सूबों व शहरों की मस्जिदों, खानकाहों व घरो मे एक साथ रात 10 बजे अज़ानों की सदा गूंजी व अज़ान बाद अल्लाह से कोरोना वायरस से मुल्क सूबों व शहरों को निजात देने की दुआ हुई।

मोहम्मदी यूथ ग्रुप ने सोशल मीडिया व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम व ट्विटर के माध्यम से 17 रमज़ानुल मुबारक माह में जंग ए बदर में फतेह मिली थी वबा से जंग जीतने के लिए इस दिन को चुना गया मस्जिदों के पेश इमामों से मस्जिदों में खानकाहों के सज्जादानशीनों से खानकाहों में व मुल्क की आवाम से अपने घरों की छतो, आंगनों, बालकनियों, कमरों में एक साथ रात 10 बजे अज़ान के एहतिमाम की अपील की थी जिससे पूरे मुल्क में एक साथ अज़ान की सदा आए। अज़ान आफत, मुसीबत, तूफान, आग व वहशत को खत्म करती है। इंशाअल्लाह कोरोना वायरस वबा को जंग ए बदर के सदके में खत्म करेगी। (आमीन) अज़ान देकर अल्लाह से दुआ करे अल्लाह अज़ान की बरकत से कोरोना वायरस को हमारे प्यारे मुल्क से दूर करने की अपील पर मुल्क सूबों व शहरो से उलेमाए कराम, खानकाहों के सज्जादानशीनों व आवाम ने अज़ान के एहतिमाम का हिस्सा बनने की मंज़ूरी दी जिसमें उन्नाव, फतेहपुर, लखनऊ, कन्नोज, अजमेर शरीफ, देवा शरीफ, सफीपुर शरीफ, सुल्तानपुर, अमेठी, दिल्ली, मुम्बई, अहमदाबाद, गोधरा, भोपाल, रामपुर, बिल्हौर, बरेली, आगरा, अलीगढ़, मुरादाबाद, हैदराबाद थे।
रात 10 बजते ही पेश इमामों ने मस्जिदों से सज्जादानशीनों ने खानकाहों से आवाम ने अपने घरों की छतो, आंगनो, बालकनियों, कमरों, घरों के दरवाजों के बाहर अज़ान दी अल्लाह हो अकबर अल्लाह हो अकबर की सदाएं आसमान मे गूंजने लगी अज़ान के बाद अल्लाह की बारगाह में गिड़गिड़ा-गिड़गिड़ा कर या अल्लाह तू करीम है करम फरमा, तू रहीम है रहम फरमा जंग ए बदर के सदके इस कोरोना वायरस को हमारे मुल्क, सूबों व शहरों से निजात दिला, अल्लाह हम तेरी अजमाइश के लाएक नही, हमारे गुनाहों को माफ कर अपनी रहमत नाज़िल कर इस वबा से हम सबकी हिफाज़त करने की दुआएं हुई।
अज़ान का एहतिमाम इखलाक अहमद डेविड, सैय्यद मोहम्मद अतहर कादरी, हाफिज़ सैय्यद फैसल ज़ाफरी, अबुल हाशिम कशफी, सैय्यद शाहज़ाद मियाँ, मौलाना शमीम अशरफी, हाफिज़ मोहम्मद माज़ हसन, मुरसलीन खाँ भोलू, हाफिज़ ज़फर नय्यर साबरी, हाफिज़ कफील हुसैन, मौलाना अब्दुल रहीम, मौलाना शाह आलम, मौलाना दिलदार हुसैन, अयाज़ अहमद चिशती, हाफिज़ अब्दुल वहीद बरकाती, सैय्यद रौनक मियाँ, मुनीर अहमद कादरी, सूफी मोइनुद्दीन चिश्ती, हाफिज़ शहादत हुसैन, मौलाना अब्दुल रज़्ज़ाक़, मौलाना नौशाद रज़ा अज़हरी, हाफिज़ मोहम्मद इसराइल चिश्ती, हाफिज़ शोएब आलम, हाफिज़ वाहिद अली रज़वी, कारी तय्यब अली, आज़म महमूद, शफाअत हुसैन, हाफिज़ मुशीर अहमद, हाफिज़ मोहम्मद अकील, हाफिज़ हसीब अहमद, हाफिज़ मोहम्मद ज़ाहिद, हाजी गौस रब्बानी, हाफिज़ मोहम्मद रेहान, हाफिज़ मोहम्मद वारिस, परवेज़ आलम वारसी, ज़ियाउद्दीन फारुकी, अकिब खान, मोहम्मद फैज़ान खान, शाहरुख खान, सैय्यद इम्तियाज अहमद, मोहम्मद एहसान खान, शाहनवाज़ खान, अल्लन हशमती, मोहम्मद फिरोज़, अशरफ बाबू, रौनक अली अंसारी, नुसरत हुसैन, कौसर अंसारी, असद समी, शाहबुद्दीन, मोहम्मद शोएब खान, अलीमुज़्ज़फर, मोहम्मद आतिफ, ज़मशेद खान, अब्दुल रहमान, मोहम्मद काशिफ खान समेत हज़ारो लोगो ने किया।