कानपुर 05 अप्रैल डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानन्द सरस्वती ने पैगंबर ए इस्लाम की शान में गुस्ताखी कर भारत के करोड़ों लोगों की धार्मिक आस्था को भड़काने भारत की एकता भाईचारा को तोड़ने का काम किया इसके खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर मोहम्मदी यूथ ग्रुप के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने डीएम को पीएम, होम मिनिस्टर के नाम सम्बोधित ज्ञापन डीएम कार्यालय मे दिया व कानपुर पुलिस आयुक्त व कोतवाली स० पुलिस आयुक्त से मिलकर कार्यवाही करने व मुकदमा पंजीकृत करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया।
प्रतिनिधि मंडल ने डीएम/पुलिस आयुक्त को बताया कि डायसना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने दिनांक 02 अप्रैल, 2021 को नई दिल्ली में दिल्ली प्रेस क्लब में मीडिया प्रेस कांफ्रेंस में पैगंबर ए इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफा (स०अ०व०) के बारे में भ्रामक/असत्य अशोभनीय भाषा का प्रयोग कर भारत के करोड़ों लोगो की धार्मिक आस्था को भड़काने, भारत की एकता-अखंडता, भाईचारा को तोड़ने, देश प्रदेश व कानपुर नगर की कानून व्यवस्था को बिगाड़ने का कार्य किया। नरसिंहानंद पर 2005 में गाज़ियाबाद थाना कविनगर, 2010 में गाज़ियाबाद थाना मसूरी, 2014 में मध्यप्रदेश के थाना निवाड़ी में संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज है महंत होकर आपराधिक घटनाओं से उनका नाता पुराना है पैगम्बर ए इस्लाम ने धरती पर मानवता का संदेश देने के लिए जन्म लिया उनके बारे में ऐसी टिप्पणी जिसे दोहराया नही जा सकता भारत के शांतिप्रिय नागरिक बिल्कुल बर्दाश्त नही करेगे उनका कृत्य क्षमा योग्य नही है। उस पर त्वरित देशद्रोह का मुकदमा लगाकर जेल भेजना अति आवश्यक है। नरसिंहानंद की गिरफ्तारी न होने से लोगो में नाराज़गी बढ़ रही है।
प्रतिनिधि मंडल ने इसी से सम्बंधित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह के नाम सम्बोधित ज्ञापन डीएम को व पुलिस आयुक्त/स०पुलिस आयुक्त को कार्यवाही व मुकदमा पंजीकृत करने का प्रार्थना पत्र दिया। ज्ञापन लेने के बाद डीएम आलोक तिवारी ने ज्ञापन को आज ही पीएमओ/एचएमओ आफिस भेजने व कानपुर पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने यति नरसिंहानंद सरस्वती के प्रकरण की जानकारी लेने के बाद मुकदमा पंजीकृत करने का आशवासन दिया।