सरकार अनुमति दे तो लोग अपनी खाली इमारतों को आइसोलशन वार्ड के लिये प्रयोग करें

जमीअत उलमा शहर कानपुर के महासचिव मौलाना अमीनुल हक़ अब्दुल्लाह क़ासमी की अपील

कानपुर:- इस वक़्त पूरा देश कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा है, हज़ारों लोग रोज़ाना इससे प्रभावित हो रहे हैं, बड़ी संख्या में मौतंे हो रही हैं और उनमें बड़ी तादाद वह है जिन्हें समय पर चिकित्सकीय सुविधा ना मिलने के कारण दुनिया छोड़ना पड़ रहा है। ऐसे में सभी लोगों के लिये अपने स्तर पर हिफाज़ती बंदोबस्त करना ज़रूरी हो गया है। इन विचारों को जमीअत उलमा शहर कानपुर के महासचिव मौलाना अमीनुल हक़ अब्दुल्लाह क़ासमी ने अपने बयान में व्यक्त किया।

मौलाना ने कहा कि सरकार को साल भर का समय मिला था कि आने वाले हालात की पहले से तैयारी करती, लेकिन बदक़िस्मती से उन्होंने इस पर तवज्जो नहीं दी, जिसकी वजह से पूरा देश चिकित्सकीय संकट से गुज़र रहा है। अस्पतालों में ना तो बेड है और ना आक्सीजन, जिन अस्पतालों में मरीज़ भर्ती थे वहां भी उनको पूरा इलाज नहीं मिल पा रहा है और इलाज ना मिलने की वजह से बड़ी संख्या में मौतें हो रही हैं। ऐसे हालात में अगर सरकार इजाज़त देती है तो सभी लोगों को अपनी ख़ाली इमारतों, शैक्षिक संस्थानों और शादी हाल आदि को आइसोलेशन वार्ड के रूप में प्रयोग करना चाहिए।
मौलाना अब्दुल्लाह क़ासमी ने कहा कि पिछले साल जमीअत उलमा शहर कानपुर की जानिब से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद मतीनुल हक़ उसामा क़ासमी रह0 की सरपरस्ती में जिला प्रशासन को क्वारंटाइन सेन्टर उपलब्ध कराये गये थे, अगर सरकार और जिला प्रशासन इजाज़त दे तो हम आइसोलेशन वार्ड या कोविड संेटर के प्रयोग के लिये मुनासिब जगह देकर चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिये तैयार हैं।
मौलाना ने कहा कि यह आज़माइश का वक़्त है, बिना धार्मिक भेदभाव एक दूसरे की मदद इस वक़्त की सबसे बड़ी ज़रूरत है, जहां भी जो लोग भी जिस लाइन से भी मदद कर सकते हों, एक दूसरे की मदद करें। यह हम सब का इम्तिहान है और हम सबको मिलकर इस इम्तिहान को पास करना है।
मौलाना ने समस्त अवाम और खास से अपील की है कि लोग अपने-अपने तौर पर आक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करें , मुहल्ले स्तर पर कमेटियां बनायंे और सब लोग थोड़ी-थोड़ी ज़िम्मेदारी लें और आपसी तालमेल से सिलेंडर की व्यवस्था करें, ताकि अगर किसी को ज़रूरत पड़े तो समय रहते आक्सीजन मिल सके।
मौलाना ने कहा कि सरकार और विशेषज्ञों द्वारा दी हिदायतों पर अमल करें, भले धार्मिक स्थल हो या बाज़ार या और कोई जगह, भीड़ लगाने से परहेज़ करें, जहां तक हो सके घरों में ही रहने की कोशिश करें और अगर किसी मजबूरी की वजह से बाहर निकलना ज़रूरी हो तो मास्क, सेनिटाइज़र आदि का खास ख़्याल रखें। साथ ही रमज़ान के मुबारक अवसर पर इस बीमारी से हिफाज़त के लिये विशेष रूप से दुआएं करें।