कानपुर, अखिल भारतीय पीड़ित अभिभावक महासंघ के अध्यक्ष राकेश मिश्रा के नेतृत्व में प्रभात शिशु शिक्षा सदन पी रोड कानपुर पर संस्था के सदस्यों द्वारा जोरदार प्रदर्शन किया गया। अभिभावकों द्वारा संतुलित फीस मांग की जा रही है। स्कूल द्वारा तीन गुना फीस बढ़ा दी गई है। अभिभावकों द्वारा इससे पूर्व में स्कूल के प्रबंधकों को उत्तर प्रदेश स्वामित्व पोषित अधिनियम २०१८ की प्रतिलिपि स्कूल के प्रबंधक को उपलब्ध कराने के साथ-साथ जिला विद्यालय निरीक्षक को ज्ञापन दिया गया था परंतु स्कूल प्रबंधक की जिला विद्यालय निरीक्षक से सांठगांठ के चलते कोई कार्यवाही नहीं हुई जिससे स्कूल प्रबंधकों का हौसला और बढ़ गया। स्कूल प्रबंधक अभिभावकों से कॉपी किताब ड्रेस खरीदने के लिए दबाव डाल रहे हैं जो कि अधिनियम का स्पष्ट उल्लंघन है। वहीं अभिभावकों का कहना है कि जिला विद्यालय निरीक्षक अंडर टेबल कार्य करते हैं। पालक अपने हाथों में 'थाली कब बजाना है'। शिक्षा है व्यापार नहीं, यह लूट हमें स्वीकार नहीं ।ऑनलाइन स्कूल, ऑनलाइन फीस ।बाप लड़े थे गोरों से, बच्चे लड़ेंगे चोरों से। फीस गले की फांसी है, जनता भूखी प्यासी है। कार्यक्रम में प्रमुख रुप से सहयोग रहा। राकेश मिश्रा, नवीन अग्रवाल, आशीष सोनी ,सरवन शुक्ला,उर्मिला, लता, अमित मिश्रा, रितु पूनम सुनैना श्रीवास्तव पूजा मिश्रा मीरा रजनी शुक्ला प्रीति वर्मा अनुज शुक्ला संतोष सेठ इत्यादि!v
जिला विद्यालय निरीक्षक अंडर टेबल लेते हैं.. राकेश मिश्रा
कानपुर, अखिल भारतीय पीड़ित अभिभावक महासंघ के अध्यक्ष राकेश मिश्रा के नेतृत्व में प्रभात शिशु शिक्षा सदन पी रोड कानपुर पर संस्था के सदस्यों द्वारा जोरदार प्रदर्शन किया गया। अभिभावकों द्वारा संतुलित फीस मांग की जा रही है। स्कूल द्वारा तीन गुना फीस बढ़ा दी गई है। अभिभावकों द्वारा इससे पूर्व में स्कूल के प्रबंधकों को उत्तर प्रदेश स्वामित्व पोषित अधिनियम २०१८ की प्रतिलिपि स्कूल के प्रबंधक को उपलब्ध कराने के साथ-साथ जिला विद्यालय निरीक्षक को ज्ञापन दिया गया था परंतु स्कूल प्रबंधक की जिला विद्यालय निरीक्षक से सांठगांठ के चलते कोई कार्यवाही नहीं हुई जिससे स्कूल प्रबंधकों का हौसला और बढ़ गया। स्कूल प्रबंधक अभिभावकों से कॉपी किताब ड्रेस खरीदने के लिए दबाव डाल रहे हैं जो कि अधिनियम का स्पष्ट उल्लंघन है। वहीं अभिभावकों का कहना है कि जिला विद्यालय निरीक्षक अंडर टेबल कार्य करते हैं। पालक अपने हाथों में 'थाली कब बजाना है'। शिक्षा है व्यापार नहीं, यह लूट हमें स्वीकार नहीं ।ऑनलाइन स्कूल, ऑनलाइन फीस ।बाप लड़े थे गोरों से, बच्चे लड़ेंगे चोरों से। फीस गले की फांसी है, जनता भूखी प्यासी है। कार्यक्रम में प्रमुख रुप से सहयोग रहा। राकेश मिश्रा, नवीन अग्रवाल, आशीष सोनी ,सरवन शुक्ला,उर्मिला, लता, अमित मिश्रा, रितु पूनम सुनैना श्रीवास्तव पूजा मिश्रा मीरा रजनी शुक्ला प्रीति वर्मा अनुज शुक्ला संतोष सेठ इत्यादि!v