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कानपुर:मोहसिने इन्सानियत रहमतुल्लिलआलमीन हज़रत मोहम्मद मुस्तफा सललल्लाहु अलैहे वसल्लम की 20 अप्रैल को तारीखे विलादत पर पिछले सालो की तरह इस साल भी तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के ज़ेरे एहतिमाम मदरसा रज़विया गौसुल उलूम तलव्वामंडी कोपरगंज मे यौमे दरूद पाक की महफिल हुई इस मौक़े पर तन्ज़ीम के सदर हाफिज़ व क़ारी सैयद मोहम्मद फ़ैसल जाफ़री ने दुरूद पाक की फज़ीलत बयान करते हुए कहा कि दुरूद पाक का विर्द तमाम वज़ाईफ से अफ़ज़ल है क्यों कि यह वज़ीफा-ए-इलाहिया व मलाईका है दुरूद पाक दुनिया व आखिरत मे कामयाबी का ज़रिया है दुरूद पाक दुआओं की मक़बूलित का ज़रिया है दुरूद पाक तमाम परेशानियों का हल है दुरूद पाक बीमार दिलों का इलाज है दरूद पाक कसरत से पढ़ने वाला शख्स कभी परेशान नही हो सकता महफिल मे मौजूद सभी लोगो ने 22 हज़ार बार दुरूद पाक पढ़ा फिर हाफिज़ सैयद मोहम्मद फ़ैसल जाफरी ने कोरोना वायरस जैसी वबा से हिफाज़त की दुआ की इस मौक़े पर मदरसा के प्रिंसिपल हाफिज़ वाहिद अली रज़वी,हयात ज़फर हाशमी,मोहम्मद शकील,मोहम्मद याक़ूब,मोहम्मद शाबान,मोहम्मद अनीस,मोहम्मद ज़ीशान,मोहम्मद दानिश,मोहसिन आदि लोग मौजूद थे!