प्रसपा ने मनाई जंग ए आजादी के मसीहा डॉ राम मनोहर लोहिया की जयंती


कानपुर, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया कानपुर महानगर के तत्वाधान में अशोक नगर स्थित कार्यालय में डॉ राम मनोहर लोहिया की जयंती पर उनके चित्र पर माल्यार्पण करते हुए महानगर अध्यक्ष आशीष चौबे ने कहा कि देश की राजनीति में स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान और स्वतंत्रता के बाद ऐसे कई नेता हुए जिन्होंने अपने दम पर शासन का रुख बदल दिया जिनमें से एक समाजवाद के पुरोधा डॉक्टर राम मनोहर लोहिया थे! महानगर अध्यक्ष आशीष चौबे ने कहा कि डॉ राम मनोहर लोहिया ने देश की राजनीति में भारी बदलाव  की बयार आजादी से पहले ही ला दी थी अपनी प्रखंड देशभक्ति और तेजस्वी समाजवादी विचारों के कारण वह अपने समर्थकों के साथ ही अपने विरोधियों के मध्य भी अपार सम्मान पाते थे ! स्वतंत्र भारत में अंग्रेजी हटाओ हिंदी लाओ के आंदोलन के सूत्रपात डॉ राम मनोहर लोहिया कहते थे कि जिंदा कोमें सरकार बदलने के लिए 5 साल तक इंतजार नहीं करती  साथ ही  प्रसपा कार्यकर्ताओं ने आज शहीद दिवस के दिन शहीद हुए क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि देते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए! प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया नगर महिला अध्यक्ष हेमलता शुक्ला ने बताया कि राम मनोहर लोहिया ने कहा था लोग मेरी बात सुनेंगे, पर मेरे मरने के बाद भारत के स्वतन्त्रता संग्राम के सेनानी, प्रखर चिन्तक तथा समाजवादी राजनेता थे। राम मनोहर लोहिया  का जन्म 1910 अकबरपुर में हुआ थाडॉ. लोहिया रिक्शे की सवारी नहीं करते थे! कहते थे एक आदमी एक आदमी को खींचे यह अमानवीय है.वर्ष 1960 के दशक में ही डॉ. लोहिया ने देश की भावी समस्याओं को बखूबी समझ लिया था। इसीलिए वह कहा करते थे− गरीबी हटाओ, दाम बांधो, हिमालय बचाओ, अंग्रेजी हटाओ, नदियां साफ करो, पिछड़ों को विशेष अवसर दो, बेटियों की शिक्षा व विकास का समुचित प्रबंध हों, गरीबों के इलाज का इंतजाम हो,किसानों को उपज का लाभकारी मूल्य मिले,खेती और उद्योग में समन्वय बनाकर विकास का एजेंडा तय हो, गरीबी के पाताल और अमीरी के आकाश का फासला कम करने के जतन हों। लोहिया के उठाये मुद्दे आज भी प्रासंगिक और ज्वलंत हैं। जयंती कार्यक्रम में महानगर अध्यक्ष आशीष चौबे के साथ हरि कुशवाहा, हेमलता शुक्ला, डॉक्टर प्रतिमा शर्मा, कविता रस्तोगी, कुसुम मिश्रा, आशा शुक्ला ,ऋषि दुबे, राजेंद्र खरे, दीपू पांडे, किसलय दीक्षित ,अभिषेक यादव, सोहनलाल, राजू खन्ना, सरवन शुक्ला, राकेश यादव, ऋषि शुक्ला, अमित शुक्ला, मिथुन कुमार, सरदार गुरुचरण सिंह, आयुष दीक्षित, आदि लोग प्रमुख रूप से मौजूद रहे!