यूपी सरकार के चार सालों में लोकतांत्रिक व संवैधानिक अधिकारों का हनन, चार साल यूपी बेहाल


उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के विफल 4 साल पूर्ण होने पर अल्पसंख्यक कांग्रेस उत्तर प्रदेश के चेयरमैन शाहनबाज़ आलम के आह्वान पर कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के महानगर अध्यक्ष डॉ निसार अहमद सिद्दीकी द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। आरोप लगाते हुए शहर अध्यक्ष डॉ शैलेंद्र दीक्षित ने कहा कि योगी सरकार अपनी सरकार के 4साल का जश्न मना रही है। योगी सरकार के ये चार साल पूरी तरह विफल रहे तथा इन चार साल में उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र और संविधान पर लगातार हमले हुये हैं। तथा प्रदेश में असुरक्षा का माहौल पैदा हुआ है जिसमें किसी भी पार्टी के नेता ने योगी सरकार का विरोध नहीं किया और न ही अल्पसंख्यकों व पिछड़ों , दलितों की आवाज उठायी। उत्तर प्रदेश  में सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस की और प्रियंका गांधी नेतृत्व पिछले चार सालों से कमजोर तबकों सहित मुसलमानों के सवालो पर कांग्रेस पार्टी ही संघर्ष कर रही है। सपा के मुखिया अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र आज़म गढ़ के बिलरियागंज में नागरिकता संसोधन कानून के विरोध में अल्पसंख्यक समाज की महिलाओं पर दमनकारी नीतियों व बढ़ते अपराध के लिए ये कार्य काल हमेशा जाना जायेगा। डॉ  सिद्दीकी ने कहां कि कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गाँधी आज़मगढ़ ज़ख्मी महिलाओं  मिलने गयी। उत्तर प्रदेश में नागरिकता संसोधन कानून के विरोध में सम्भल बिजनौर, मुज़फ्फरनगर मेरठ रामपुर आदि जिलों में छिड़े आंदोलन में योगी आदित्यनाथ सरकार की पुलिस की गोली से 22 नोजवान मारे गए। अफसोस मुस्लिम समुदाय के झूंठे और तथाकथित समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के नेता अखिलेश यादव और मायावती किसी भी मृतक परिजन से मिलने नहीँ गए। जबकि योगी आदित्यनाथ सरकार की आंख में आंख डालकर   मृतकों के परिजनों से मिलने निडर होकर  प्रियंका गांधी ही गयीं। इस मौके पर मुख्य रूप , डॉ निसार अहमद सिद्दीकी, इमरान खान एडवोकेट, विनोद सिंह, डा अब्दुल मजीद, हाजी सलाउद्दीन, हर्षित बाजपेई, प्रवीन द्विवेदी, मुस्लिम आजाद, बाबू अली अंसारी, आदि लोग उपस्थित थे।