रंगों के बाजार पर भी कोरोना असर, रौनक गायब

 कानपुर। ऐतिहासिक हटिया बाजार में हर बार की तरह इस बार भी रंगों के नए प्रकार आए हैैं। पिछले सालों के मुकाबले इस बार कोरोना का असर बाजार में दिखायी दे रहा है। बाजार में वो रौनक नहीं है। वहीं प्रशासन की जारी हुई गाइडलाइन से जनता में खौफ और अफवाहों से आये दिन  कुछ आशंका के चलते त्योहार की जरुरी खरीदारे में लगे है। पार्टी स्प्रे और मोदी मुखौटा को बाजार में ग्राहक ज्यादा पसंद कर रहे हैं। मोदी मुखौटा तो थोक बाजार में खत्म ही हो गया है। दुकानदारों ने बताया कि पिछली बार की अपेक्षा इस बार रंगों के दामों में कोई खास गिरावट नहीं आई है। उन्होंने बताया कि पिछली बार इस समय तक दुकान का आधा माल खाली हो जाता था। इस बार 60 फीसद तक बिक्री कम हो गई और आसपास जिलों से व्यापारी रंग लेने के लिए थोक दुकानों में आते थे। उनकी भी संख्या बहुत कम हो गई है। इसी तरह मुखौटा बेचने वाले  ने बताया कि इस बार ग्राहकों के लिए मुखौटा आया था। बाजार में इसकी डिमांड ज्यादा थी। इस वजह से दो दिन में ही बिक गए। उन्होंने बताया कि हड्डी, बाहुबली राजस्थानी मुर्गा बाल, गोरिल्ला, शेर, चीता सहित अन्य जानवरों के मुखौटे खूब बिक रहे हैं। पिचकारी व्यापारी ने बताया कि हर बार माल लेने के लिए दिल्ली जाते थे, लेकिन इस बार बाजार को देखते हुए। दुकानदार के अनुसार टेसू के फूल को रातभर पानी में भिगोंकर उसके साथ हल्का चूना डाल दें। अगले दिन सुबह पानी में उबालकर ठंडा करने के बाद खुशबू के लिए केवड़ा और गुलाब जल डालकर इसे इस्तेमाल किया जा सकता है। s