युवाओं में बढ़ता सिगरेट,अल्कोहल व पेन् किलर्स का प्रयोग के साथ खराब लाइफस्टाइल बना रही किडनी रोगी...ज्योति बाबा
कानपुर, खराब लाइफस्टाइल,डायबिटीज,बीपी की प्रॉब्लम के साथ अंधाधुन्ध पेन किलर,सिगरेट व शराब का सेवन किडनी को समय से पहले बीमार बना कर पूरे पारिवारिक ढांचे को खत्म कर रही है जबकि अभी कानपुर शहर में 70 लाख की आबादी के बावजूद किडनी रोगियों के लिए कुल मात्र 200 लोगों की ही डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध है जो कि संपन्न लोग ही ज्यादातर करा सकते हैं उपरोक्त बात सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में नशा हटाओ परिवार बचाओ अभियान के तहत संस्था कार्यालय रावतपुर क्रॉसिंग के पास कानपुर में विश्व किडनी दिवस पर आयोजित ई-संगोष्ठी शीर्षक "स्वस्थ जीवन के लिए स्वस्थ किडनी "पर अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख योग गुरु ज्योति बाबा ने कही,बाबा ने आगे कहा कि बच्चों में फास्ट फूड तला भुना खाने की बड़ी ललक के चलते अब कम उम्र में भी किडनी के रोगी बहुतायत से मिल रहे हैं किडनी रोगी बढ़ाने में जल व वायु प्रदूषण भी एक बड़ा कारण बन चुका है ज्योति बाबा ने चेतावनी देते हुए कहा की किडनी को स्वस्थ रखने हेतु डेली एक्सरसाइज,रोजाना तीन से 4 लीटर पानी पिए,रोज हेल्दी डाइट लें,खाने में नमक की मात्रा कम रखें,बीपी और शुगर को नियंत्रित रखें,साथ ही तनाव व कुंठा व दूसरे से तुलना करना बंद करने के साथ हर प्रकार के नशे से दूर रहें l ज्योति बाबा ने बताया कि नेशनल हेल्थ पोर्टल 2019 के अनुसार विश्व में हर 10 में से एक व्यक्ति गुर्दा रोग से पीड़ित है यह रिपोर्ट भारत के संदर्भ में बहुत बड़ी चेतावनी है क्योंकि हमारे पास किडनी के बीमार दो करोड़ रोगियों के इलाज के लिए अभी इतना हाईटेक इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध नहीं है जिससे हम इनका उचित इलाज कर जीवन बचा सके,इसीलिए व्यापक रूप से बचाव ही एकमात्र इलाज है l योग ज्योति इंडिया के सीईओ अमित गुप्ता ने कहा कि किडनी शरीर में फिल्टर का काम करती है जिससे शरीर में पानी एवं नमक की मात्रा नियंत्रित होती है साथ ही खून की कमी को दूर करने के साथ हड्डियों को मजबूती प्रदान करती है l अन्य वक्ताओं ने भी किडनी की सुरक्षा हेतु आसान तरीके बड़े ही रोचकपूर्ण ढंग से बताएं l संगोष्ठी का संचालन राकेश चौरसिया व धन्यवाद दीप कुमार मिश्रा सी.ए ने दिया l अन्य भाग लेने वाले प्रमुख सर्व श्री महंत राम अवतार दास,आलोक मेहरोत्रा,स्वामी गीता इत्यादि थी l