कानपुर। जिले में आमजन (60 वर्ष या उससे ऊपर के बुजुर्गों) में कोरोना वायरस को मात देने के लिए उत्साह दिखा। शहर के तीनों कोविड वैक्सीनेशन साइट (सीवीएस) पर सुबह से बुजुर्ग डॉक्टर एवं वरिष्ठ नागरिक टीकाकरण के लिए पहुंच गए। कानपुर की प्रथम नागरिक महापौर प्रमिला पांडेय ने भी वैक्सीनेशन कराया।
कानपुर शहर में हेल्थ केयर वर्कर एवं फ्रंटलाइन वर्कर में वैक्सीनेशन को लेकर जो उदासीनता थी, वो सोमवार को वरिष्ठ नागरिकों ने मिथक तोड़ दिया। बुजुर्गों में वैक्सीनेशन के लिए गजब का उत्साह दिखाई दिया। उनके जोश-जुनून का आलम यह रहा कि दोपहर तक सेंटरों पर सौ फीसद वैक्सीनेशन हो चुका था। स्वास्थ्य महकमे ने जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल, उर्सला अस्पताल एवं निजी क्षेत्र के नाराणा मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में आमजन के वैक्सीनेशन के लिए सीवीएस बनाए थे।
पहले दिन कोविन 2.0 पोर्टल पर पंजीकरण के बजाए वॉक इन साइट रजिस्ट्रेशन (सेंटर पर ही आकर पंजीकरण) का बंदोबस्त किया । सीएमओ डॉ. अनिल मिश्रा ने वैक्सीनेशन कार्यक्रम का शुभारंभ पनकी स्थित नारायणा मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में आयोजित किया था। आपासी समन्वय की कमी की वजह से सुबह नौ बजे सभी तैयारी होने के बावजूद कोई नहीं पहुंच सका।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह 10 बजे दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स, दिल्ली) में कोरोना की कोवैक्सीन लगवाई। उनके वैक्सीनेशन के सजीव प्रसारण का बंदोबस्त स्वास्थ्य विभाग ने किया था। इसलिए सभी लोग उसमें शामिल रहे। इस वजह से महापौर प्रमिला पांडेय एवं सीएमओ डॉ. अनिल मिश्रा नहीं आ सके। कार्यक्रम खत्म होने के बाद सभी एक साथ सुबह 10.40 बजे पहुंचे। महापाैर प्रमिला पांडेय को सुबह 9 बजे की जगह 10.53 बजे पनकी स्थित नारायणा मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में वैक्सीन लगाकर औपचारिक शुभारंभ की घोषणा की गई।
उर्सला अस्पताल में सुबह 9.40 बजे वरिष्ठ नागरिक अनिता को वैक्सीन लगाई गई। 64 वर्षीय अनीता सबसे पहले वैक्सीन लगवाने के लिए उर्सला के कोविड वैक्सीनेशन सेंटर पहुंच गईं थीं। यहां कोरोना वैक्सीनेशन कराने के लिए 84 वर्षीय राम जानकी भी पहुंची थीं। उन्हें उनका पौत्र लेकर आया था। उन्हें दूसरे नंबर पर वैक्सीन लगाई गई। उर्सला में दोपहर 12.48 बजे तक सभी सौ वरिष्ठ नागरिकों को वैक्सीन लगाई जा चुकी थी।