गरीब नवाज़ हिंदू मुस्लिम एकता के सबसे बड़े परोकार : मोहम्मदी यूथ ग्रुप


कानपुर , मोहम्मदी यूथ ग्रुप के ज़ेरे एहतिमाम आले नबी औलादें अली हज़रत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती अजमेरी संजरी गरीब नवाज़ (रह०अलै०) की यौम ए विलादत पर जशन ए गरीब नवाज़ परम्परागत ढंग से खानकाहे हुसैनी हज़रत ख्वाजा सैय्यद दाता हसन सालार शाह (रह०अलै०) की ऊँची सड़क स्थित दरगाह पर भाईचारे का संदेश देकर मनाया गया।

तिलावते कुराने पाक से जशन ए गरीब नवाज़ की शुरुआत हुई शोरा ए कराम ने नात - मनकबत पेश की जिसमें "अपने दीवानों की वो जान बने बैठे है।","चले दामन पकड़कर तो मिली मंजिल मदीने की, तेरे दामन मे खुशबू है मोहम्मद की पसीने की, मोहम्मद का सिपाही बन के सुल्तान आया है ।जशन ए गरीब नवाज़ को खिताब करते हुए ने कहा मोहम्मदी यूथ ग्रुप के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड ने कहा कि ख्वाजा गरीब नवाज़ की यौम ए विलादत (जन्मदिन) इस्लामी कलैंडर के मुताबिक 14 रजब हिज़री 537 ईरान के संजर मे सादिक़ के वक्त पीर (सोमवार) के दिन हुई थी। गरीब नवाज़ ने 9 साल की उम्र मे कुरान हिफ्ज़ कर लिया था।

जशन मे इखलाक अहमद डेविड, परवेज़ आलम वारसी, एजाज़ रशीद, शमशुद्दीन खान, अलतमश खान, मोहम्मद कुमैल अंसारी, जमालुद्दीन फारुकी, मोहम्मद आमिर,अबू बकर, मोहम्मद इदरीस आदि लोग मौजूद थे।