कोरोना काल में परेशानी का सामना करने वाले गरीब वर्ग के लोगों को राहत देने के लिए सरकार कई योजना चला रही है ।उसी श्रंख्ला में स्ट्रीट वेंडरों को प्रोत्साहन देने के मकसद से पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना शुरू की गयी है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के पथ विक्रेताओं को 10 हजार रुपये की पूंजी व्याज अनुदान आधारित आसान ऋण योजना को सफल बनाने के लिए जिलाधिकारी आलोक तिवारी और नगर आयुक्त त्रिपाठी ने कमर कस ली है । इसी कड़ी में आज जिलाधिकारी अलोक तिवारी और नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी ने प्रेस वार्ता में बताया कि नियमित धनवापसी आधारित है और स्ट्रीट वेंडरों को प्रोत्साहित करने वाली योजना है। जिलाधिकारी अलोक तिवारी तिवारी ने बताया कि इस योजना की नोडल एजेंसी नगर निगम है । उन्होंने बताया कि ऐसे पथ विक्रेता जो कि सर्वे के माध्यम से चिन्हित किये गये , लेकिन उनको विक्रय प्रमाण पत्र एवं पहचान पत्र जारी नही किये गये है। ऐसे पथ विक्रेताओं को नगर निकाय द्वारा एक माह के अंदर विक्रय प्रमाण पत्र एवं पहचान पत्र उपलब्ध कराए जाएंगे । 1 मार्च से 6 मार्च तक विशेष अभियान चलाया जायेगा जिसमें आने वाले आवेदनों का निस्तारण किया जायेगा। साथ ही 27 फरवरी ,6 मार्च और 13 मार्च को सभी बैंक इस कार्य को सफल बनाने हेतु खुले रहेंगे । कोई भी स्ट्रीट वेंडर अपनी नगर निकाय व जोनल कार्यालय में सम्पर्क कर योजना का लाभ उठा सकते है। जोनल ऑफिस में पहुच कर अपने फार्म की औपचारिकता पूर्ण करवा सकते है। कोई भी व्यक्ति जो स्ट्रीट वेंडर है उसको इस योजना का लाभ मिलेगा। स्ट्रीट वेण्डर को सहयोग देने के लिए योजना चलायी जा रही है।इस योजना में किसी भी तरह की कोई गारंटी , की आवश्यकता नही है।
स्ट्रीट वेंडर सम्मान से करे रोजगार, इसीलिए सरकार आसानी से दे रही उधार