देश के प्रथम शिक्षामंत्री भारतरत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद की 63 वीं पुण्यतिथि पर तिलक हाल मे पुष्पांजलि


कानपुर-महानगर कांग्रेस कमेटी द्वारा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के मूर्धन्य महानायक एवं देश के प्रथम शिक्षामंत्री भारतरत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद की 63 वीं पुण्यतिथि पर  कांग्रेस मुख्यालय तिलक हाल मे आयोजित पुष्पांजलि सभा में महानगर कांग्रेस उत्तर के अध्यक्ष नौशाद आलम मंसूरी ने मौलाना आजाद को देश का सच्चा देशभक्त, युगपुरुष एवं यशस्वी शिक्षाविद् बताते हुये कहा कि स्लामिक धार्मिक नगरी मक्का मे जन्म लेने वाले अफगान मूल के बंगाली मुसलमान स्व0 आजाद एक कट्टर धार्मिक परिवार के होते हुए भी न केवल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम मे अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ बंगाल को अपना कार्यक्षेत्र बनाकर तत्कालीन क्रान्तिदूत अरविन्द घोष व श्याम सुन्दर चक्रवर्ती के सानिद्ध मे बंगाल व बिहार तक सीमित जुझारु क्रांतिकारी आन्दोलन को हिन्दू-मुस्लिम एकता से जोडकर सम्पूर्ण उत्तर व पश्चिम भारत मे भी एक संघर्षशील नेता के रुप मे विख्यात ही नही हुए बल्कि अपनी उर्दू फारसी की दीनी शिक्षा के साथ दर्शनशास्त्र, ज्योमित, गणित का अध्ययन कर राजनीति शास्त्र मे भी पारंगत होकर पत्रकारिता जगत मे पदार्पण कर ‘‘अलहिलाल‘‘ नामक उर्दू पत्रिका निकालकर देश मे सर्वसमुदाय को एकीकृत करने मे जुट गए। मौलाना आजाद, महात्मा गांधी के असहयोग आन्दोलन के समर्थन मे सन् 1920 मे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस मे शामिल होकर अपनी जुझारु एवं सक्रिय भूमिका के कारण सन् 1923 मे कांग्रेस के अध्यक्ष बनकर सम्पूर्ण भारत मे आन्दोलन को पैना बनाकर देश व समाज के जनप्रिय नेता बन गए। मौलाना आजाद देश को मिली आजादी पर न केवल देश के विभाजन के प्रबल विरोधी विख्यात हुए बल्कि देश के प्रथम मंत्रीमण्डल मे 1947 से 1958 तक शिक्षामंत्री बनकर देश की सर्वोत्तमुखी प्रगति के लिए अग्रणी भूमिका निभाने मे तत्पर हो गए। 

       स्व0 अबुल कलाम आजाद के कृतित्व एवं व्यक्तित्व को और देश के प्रति संवेदनशील भावना के लिए सदैव देश उन्हे याद करता रहेगा।
     कार्यक्रम का संयोजन गुलाब सिंह कोरी एवं सभा संचालन सैमुअल लकी सिंह ने किया।
       कार्यक्रम मे महानगर कांग्रेस दक्षिण के अध्यक्ष डा0 शैलेन्द्र दीक्षित, शंकर दत्त मिश्र, हरप्रकाश अग्निहोत्री, अब्दुल मन्नान, इकबाल अहमद, निजामुद्दीन खां, कमल जायसवाल, ग्रीनबाबू सोनकर, के0के0 तिवारी, दिलीप शुक्ला, अभिनव तिवारी, मेवालाल कठेरिया, नूर आलम मदनी, पदम मोहन, चेतन मौर्या, कासिफ बन्टू, गुड्डे मंसूरी, राजेन्द्र सिंह टिल्लू, फिरोज खान, चन्द्रमणि मिश्र, अफजाल अहमद (चांद), शानू बुन्देला, आतिफ, हरीश गुप्ता, पप्पू अनवर, संतोष बाल्मीकी, टिल्लू ठाकुर, अमरीक सिंह सोनकर, अब्दुल खालिक आदि ने मौलाना आजाद के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए अपनी पुष्पांजलि अर्पित की।