- नन्हे मुन्हे बच्चों ने पीएम राहत कोष में दिया दान
- पुलिसकर्मियों को बच्चों ने सौंपी अपनी गुल्लक
कानपुर - उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से एक ऐसी खबर सामने आई, जिसने इस संकट के दिनों में समाज के सामने मिसाल पेश की है, इन दिनों वैश्विक महामारी का संकट पूरे देश पर छाया हुआ है, वहीं कानपुर के एक इलाके में जब पुलिस लॉकडाउन का पालन करवाने के लिए गश्त पर पहुंची, तो लोगों ने फूल माला और नाश्ते का सामान देकर उनका स्वागत किया, इसके बाद इलाके के कुछ बच्चे वहां पहुंचे और अपनी गुल्लक में इकट्ठा किये हुए पैसे पुलिस कर्मियों को थमा कर उसे सीएम राहतकोष में देने की अपील की, बच्चों के इस समपर्ण को देख वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने भी तालियां बजाकर उनका हौसला बढ़ाया।
कोरोना संकट के प्रकोप के चलते देश में लॉकडाउन 3 लागू किया गया है, ऐसे में कोरोना फाइटर्स डॉक्टर्स व पुलिस कर्मी के साथ सफाई कर्मी इस लड़ाई में सबसे अग्रिम पंक्ति में खड़े होकर संकट का सामना करते हुए लोगों को संक्रमण से बचाने की कोशिशों में जुटे हुए है. कानपुर के रावतपुर गांव इलाके में पुलिस लॉकडाउन का पालन करवाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, आने जाने वाले वाहनों को चेकिंग के साथ ही लगातार लोगों से बिना काम के न निकलने की अपील की जा रही है, सुबह भी पुलिस इसी काम के लिए गश्त पर पहुंची थी, तभी कुछ इलाकाई लोगों ने वहां पहुंच कर इन कोरोना फाइटर्स का हौसला बढ़ाते हुए उन्हें फूल मालाएं भेंट की, कुछ ही दूरी पर काम कर रहे सफाईकर्मियों को भी लोगों ने नाश्ता और फूल मालाएं भेंट कर उनका आभार व्यक्त किया. संकट की घड़ी में इन कर्मयोद्धाओं का आभार व्यक्त करते हुए सभी ने पुलिस कर्मियों को लॉकडाउन का पालन करने वचन दिया. पुलिस कर्मियों ने भी इलाकाई लोगों को सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए सभी से घरों में रहने की अपील की, कुछ ही देर बाद वहां इलाके के छोटे छोटे बच्चे भी आ गए, जाहिर सी बात है कि किसी भी लंबे संकट से लड़ते वक्त हर देश में आर्थिक संकट भी आता है, और भारत भी इस संक्रमण से लड़ाई के दौरान आर्थिक संकट की ओर बढ़ रहा है, जिसके बाद पीएम मोदी और सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ लगातार लोगों से आर्थिक योगदान की अपील कर रहे है, और कई लोग इसके लिए आगे आकर राहतकोष में दान भी दे रहे हैं, वहीं रावतपुर गांव इलाके में सुबह कुछ बच्चे अपनी सेविंग के पैसों की गुल्लक लेकर पुलिसकर्मियों के पास पहुंच गए, बच्चों ने पुलिसकर्मियों को अपनी अपनी गुल्लक सौंपते हुए उसे राहतकोष में पहुंचाने की अपील की, बच्चों के इस समपर्ण को देख पुलिसकर्मियों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया, इस दौरान नन्हे मुन्हे बच्चों से जब बात की गई तो उन्हों ने जो बाते कहीं वो हर किसी के दिल को छू गई, 8 साल की बच्ची गीत कौर ने बताया कि कोरोना से पूरा देश लड़ रहा है, ऐसे में सभी को सावधानी बरतनी चाहिए, गीत कौर ने कहा कि वो अपनी सेविंग के पैसे राहतकोष में इसलिये दे रही है ताकि कोरोना से लड़ा जा सके।
वहीं 6 साल की मासूम वैभव गौस्वामी को लॉकडाउन के चलते गांव में फंसे अपने पापा की चिंता सता रही है, राहत कोष में दान देने के लिए अपनी गुल्लक लेकर पहुंची वैभव ने कहा कि मोदी और योगी अंकल मेरी सेविंग के पैसे ले लीजिए और जल्दी से कोरोना को खत्म कर के सबको ठीक कर दीजिए, मेरे पापा की दवा खत्म हो गई है और वो लॉकडाउन की वजह से दवा लेने नही आ पा रहे,
वैभव गोस्वामी व 5 वर्षीय मासूम आलोक ने कहा कि वो अपनी सेविंग के पैसे इसलिए दे रहा है क्योंकि बहोत से लोग भूखे सोते है, तो उसके पैसों से कुछ लोगों को खाना मिल जाएगा।s