- जनपद के विभिन्न अस्पतालों में 232 संक्रमित मरीजों का चल रहा इलाज
कानपुर। वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण का कहर उत्तर प्रदेश की औद्योगिक राजधानी कानपुर नगर में बराबर जारी है। सोमवार को आयी जांच रिपोर्ट में पांच और मरीजों में कोरोना की पुष्टि हो गयी। इसमें एक की मौत हो गयी जो महिला थी। ऐसे में जनपद में कोरोना पॉजिटिव का आंकड़ा 25 लगातार कोरोना पॉजिटिव के केस बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग से लेकर प्रशासन तक के माथे पर बल ला दिया है। दोनों विभाग यह नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिरकार इसे कैसे नियंत्रित किया जाये। अब तो पुलिसकर्मियों, पत्रकारों के बाद डाक्टरों को भी यह महामारी जकड़ने लगी है। हैलट के एक जूनियर डाक्टर में कोरोना की पुष्टि होने से स्वास्थ्य विभाग पशोपेस में हैं। इसमें सबसे ज्यादा पुलिसकर्मी प्रभावित हैं और अब तक 24 पुलिस कर्मी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर जनपद में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इनमें ज्यादातर दिल्ली के तब्लीगी जमातियों के संपर्क में आये लोग हैं। कोरोना ग्रसित मरीजों की बढ़ रही संख्या को लेकर प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य महकमे की नींद उड़ी हुई है। प्रशासन की पूरी कोशिश है कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जाये जिससे संक्रमित लोगों की चपेट में दूसरे लोग न आ सके। वहीं स्वास्थ्य विभाग भी जांच तेज कर दी है और इन दिनों रोजाना करीब 70 से 100 संदिग्धों की जांच करायी जा रही है। प्रशासन को अंदेशा है कि शहर में अभी भी जमाती छिपे हुए हैं और उनके संपर्क में बहुत से लोग आये होंगे। ऐसे सभी लोगों की सूची एलआईयू के जरिये बनवाई जा रही है और जानकारी पर ऐसे लोगों की बराबर जांच भी करायी जा रही है, जिसके चलते कानपुर में कोरोना ग्रसित मरीज बढ़ते जा रहे हैं। सोमवार को गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कालेज से आयी जांच रिपोर्ट में पांच और लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इस प्रकार जनपद में कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 257 जा पहुंची है। सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला ने बताया कि जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से 163 सैंपलों की रिपोर्ट आयी है जिसमें दो पॉजिटिव पाये गये और तीन निजी लैब से आयी जांच रिपोर्ट में पॉजिटिव पाये गये। इसमें से एक महिला की मौत भी हो गयी है। जिले में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या छह हो गई है।
सीएमओ का कहना
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अशोक कुमार शुक्ला ने बताया कि महिलाओं में भी संक्रमण फैल रहा है। इससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि पुरुष बाहर से घूमने के बाद घर के अंदर जाकर परिवार वालों को संक्रमण दे रहे हैं। इसी के चलते अब महिलाएं और उनके छोटे बच्चे भी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। उन्होंने शहरवासियों से अपील की कि इस महामारी के खात्मे के लिए जागरुकता लायें। लॉकडाउन का पालन करें और घरों के अंदर ही रहें। इसके साथ ही फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें। सफाई का ध्यान रखें और हाथों को निरंतर धोते रहें। बताया कि अब तक जनपद में 257 केस पॉजिटिव आ चुके हैं। इनमें 19 सही हो चुके हैं और छह की मौत हो चुकी है। ऐसे में इस समय हैलट के कोविड-19 हॉस्पिटल, सरसौल और काशीराम ट्रामा सेंटर में 232 मरीजों का इलाज चल रहा है। बताया कि आज आए पॉजिटिव मरीजों में एक मृतक महिला भी है। वहीं तीन वर्षीय कोरोना पॉजिटिव सिपाही की बेटी को लेकर कहा कि शहर में तीन साल की बच्ची में कोरोना संक्रमण का पहला केस है, जो यह दर्शाता है कि अभी भी लोग कोरोना को लेकर सजग नहीं है। बताया कि जिस बेटी को कोरान है उसका पिता भी पॉजिटिव है और बेटी की मां की रिपोर्ट निगेटिव आयी है। सीएमओ ने कहा कि 15 पॉजिटिव मरीज सही भी हो गये हैं और उनकी तीसरी रिपोर्ट भी निगेटिव आयी है और उन्हे अस्पताल से ताली बजाकर छुट्टी कर दी जाएगी।
रविवार को भर्ती हुई थी महिला
चुन्नीगंज निवासी 64 वर्षीय महिला नाजुक स्थिति में रविवार सुबह 11:44 बजे हैलट के कोविड-19 आईसीयू में भर्ती हईं थीं, उनका इलाज मेडिसिन के एसोसिएट प्रोफेसर डा. कुनाल सहाय की यूनिट में चल रहा था। डाक्टरों के मुताबिक वह हाइपरटेंशन की मरीज थीं, उन्हें बुखार के साथ सांस लेने में दिक्कत होने पर भर्ती किया गया था। कोरोना संदिग्ध मानते हए सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा था। सोमवार सुबह आई जांच रिपोर्ट में वह कोरोना पॉजिटिव मिलीं, गंभीर स्थिति को देखते हए आइसीयू में वेंटीलेटर पर रखा गया। आईसीयू में इलाज के दौरान आज उसकी मौत हो गई। इसके बाद आईसीयू का सैनिटाइजेशन कराया गया है। सीएमओ डा. अशोक शुक्ला ने बताया कि हैलट में भर्ती कोरोना पॉजिटिव महिला की मौत के बाद शव का दाह संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल के तहत कराया गया है।