तीन मई तक बढ़ा लॉकडाउन, तैयारियों में जुटा प्रशासन
- प्रधानमंत्री के फैसले का जनता ने किया स्वागत, कानपुर में 41 दिनों का रहेगा लॉकडाउन

कानपुर । वैश्विक महामारी बना कोरोना का संक्रमण अभी भी भारत में बना हुआ है, जिसके चलते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लॉकडाउन की अवधि तीन मई तक बढ़ा दी है। ऐसे में अब कानपुर में कुल 41 दिनों तक लॉकडाउन रहेगा, क्योंकि प्रधानमंत्री की घोषणा से एक दिन पहले ही कानपुर में लॉकडाउन मुख्यमंत्री के आदेश पर लागू कर दिया गया था। प्रधानमंत्री के इस फैसले का जनता ने जहां स्वागत किया है तो वहीं प्रशासन आगामी तैयारियों में जुट गया है।
कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 24 अप्रैल को पूरे देश में 21 दिनों लॉकडाउन घोषित कर दिया था। जिसके बाद से कानपुर सहित सभी जनपदों में कोई भी व्यक्ति घरों से बाहर नहीं निकल पाया, हालांकि आवश्यक कामों के लिए छूट रही, जिससे जनता को अधिक तकलीफों को सामना नहीं करना पड़ा। वहीं प्रशासन जरुरतमंदों को हर संभव मदद कर रहा है और इस आपदा की घड़ी में समाजसेवी और उद्योगपति से लेकर हर वर्ग गरीबों को सहारा दे रहा है। इसके साथ ही दिहाड़ी मजदूरों को शासन की ओर से एक हजार रुपये प्रति माह दिया जा रहा है। 14 अप्रैल को लोगों को यह उम्मीद रही कि अब लॉकडाउन खत्म हो जाएगा और अपनी रोजी रोटी के लिए फिर से बाहर निकल सकेगें, लेकिन प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में साफ कर दिया कि अभी भी कोरोना की लड़ाई जीती नहीं जा सकी है। प्रधानमंत्री ने जनता से अपील की कि इस महामारी को पूरी तरह से खत्म करने के लिए अभी तीन मई तक लॉकडाउन का पालन करें। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत पहला देश है जो इस महामारी को खत्म करने के लिए देशवासी सहर्ष जुटे हुए हैं। उन्होंने जनता का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि आपको किसी भी प्रकार की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा और तीन मई तक लॉकडाउन का पालन कर इस महामारी को पूरी तरह से खत्म करना है।

तैयारियों में जुटा प्रशासन
तीन मई तक लॉकडाउन बढ़ने पर जिला प्रशासन आगामी तैयारियों के लिए जुट गया है। जिलाधिकारी डा. ब्रह्मदेव राम तिवारी ने आलाधिकारियों को आगामी रणनीति के लिए बुलाया है। जनपद के सभी जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर जिलाधिकारी इस महामारी में जारी लॉकडाउन में क्या-क्या करना होगा इस पर मंथन होगा।

पीएम के फैसले का जनता ने किया स्वागत
देश हित के लिए प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ा दिया, जिस पर जनता अपनी रोजी रोटी को लेकर फिर से परेशान दिखी, वहीं देश हित में प्रधानमंत्री द्वारा लिये गये फैसले का स्वागत भी किया गया। ई-रिक्शा चलाने वाले रामू गुप्ता का कहना है कि बढ़े लॉकडाउन से नुकसान तो है पर अगर देश के लिए नुकसान भी सहना पड़े तो हंसकर सह लेगें। व्यापारी अशोक मित्तल का कहना है कि कोरोना वायरस का अभी भी देश में खतरा बना हुआ है और इसी के चलते प्रधानमंत्री ने देशवासियों के हितों को देखते हुए लॉकडाउन की तिथि बढ़ाई है और हम इसका स्वागत करते हैं। सेवानिवृत्त शिक्षक केपी सिंह का कहना है कि ऐसी महामारी के खात्मे के लिए प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन की जो तिथि बढ़ा दी है वह स्वागत योग्य है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि खाद्य सामग्री के बढ़े हुए दामों पर नियंत्रण लाया जाये, जिससे लोगों को बजट पर अधिक बोझ न बढ़ पाये। गृहिणी राधा कटियार ने कहा कि प्रधानमंत्री का फैसला देश हित में है और जनता को भी इसमें भरपूर सहयोग देना चाहिये। प्रधानमंत्री के फैसले को ज्यादातर लोग स्वागत योग्य बताते हैं पर उनकी पीड़ा भी है कि इस लॉकडाउन में घरों का खर्च कैसे चलायें।