- वेतन न मिलने से नाराज हैं सफाई कर्मी, काम न करने की दी चेतावनी
कानपुर । कोरोना महामारी के चलते जारी लॉकडाउन में कोरोना योद्धा बनकर सफाई कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी से काम कर रहे हैं। इसी के चलते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपील की है कि ऐसे कोरोना योद्धाओं का सम्मान किया जाना चाहिये और हो भी रहा है, पर कानपुर रेलवे स्टेशन की तस्वीर गुरुवार को कुछ उलट ही दिखायी दी। यहां पर वेतन की मांग को लेकर सफाई कर्मचारी स्टेशन पर धरने पर बैठ गये। भूखे कर्मचारियों ने इस दौरान भी शारीरिक दूरी बनाकर लॉकडाउन के नियमों का पालन किया। मामला आलाधिकारियों तक पहुंचा तो जल्द वेतन दिलाने का आश्वासन दिया गया। जिसके बाद कर्मचारियों का धरना खत्म हुआ।
कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए जारी लॉकडाउन में प्रशासन से लेकर समाजसेवियों द्वारा गरीबों और जरुरमंदों को राशन पहुंचाया जा रहा है। वहीं आज सेन्ट्रल रेलवे स्टेशन में जो तस्वीर देखने को मिली वह हो रहे प्रयासों को चिढ़ा रही थी। यहां पर स्टेशन में सफाई की जिम्मेदारी संभालने वाले कर्मचारी प्लेटफार्म पर बैठे दिखे। इस तस्वीर एक और खास बात देखने लायक थी कि सभी कर्मचारी कोरोना को लेकर भी सजग दिखे और धरना के दौरान शारीरिक दूरी बनाये रखे। उनकी मांग थी कि हमारा वेतन दिया जाये और हम लोग भूखे हैं। कर्मचारियों का कहना था कि लॉकडाउन में पूरी तन्मयता के साथ काम किये और ड्यूटी में आने के लिए पुलिस की लाठी भी खायी, पर आज वेतन नहीं मिल पा रहा है। वेतन न मिलने से परिवार भुखमरी से जूझ रहा है और भूखे पेट कैसे काम किया जाये। सफाई मजदूरों ने बताया कि सेंट्रल स्टेशन पर साफ सफाई का ठेका मध्य प्रदेश की सेंगर सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड के पास है। कंपनी के दो सौ से अधिक कर्मचारी कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर काम करते हैं। कर्मचारियों का आरोप है कि प्रधानमंत्री ने किसी का वेतन न रोकने के आदेश दिए है लेकिन कंपनी के मैनेजर प्रतीक अवस्थी वेतन का भुगतान नहीं कर रहे। बताया गया कि हर माह सात हजार रुपये मिलते हैं और इस माह हम लोगों को सिर्फ एक हजार रुपए मिले हैं, जबकि हम लोगों से लॉक डाउन के समय में हमारे सुपरवाइजर ने सबसे बोला था आप लोग काम करो आपकी तनख्वाह पूरी मिलेगी।
सीटीएम का कहना
सीटीएम हिमांशु शेखर उपाध्याय ने कहा कि जैसे ही जानकारी मिली कि सफाई कर्मचारी वेतन की मांग को लेकर स्टेशन पर धरनें में बैठ गये हैं तो वहां जाकर उनसे बातचीत की। इसके बाद सेंगर कंपनी से बात की गयी और सख्त निर्देश दिया गया कि किसी भी सफाई कर्मचारी का वेतन न काटा जाये। उन्होंने बताया कि पता चला है कि सात हजार की जगह कर्मचारियों को एक हजार रुपया दिया गया है। कंपनी ने विश्वास दिलाया है कि जल्द ही सफाई कर्मचारियों का पूरा वेतन दिया जाएगा। इसके बाद कर्मचारियों ने शांत तरीके से धरने को खत्म कर दिया और सीटीएम की पहल का धन्यवाद दिया।n