पुजारी बेटे ने मौसी के घर में लगाई फांसी, लाॅकडाउन में फंस गई मां
कानपुर।। परमट में मौसी के घर पर रहकर पूजा-पाठ का काम करने वाले युवक ने रविवार सुबह फांसी लगाकर जान दे दी। कमरे के अंदर उसका शव फांसी पर लटका देखकर मौसी व घर वालों की चीख निकल गई। उधर, उन्नाव में बेटे की मौत की जानकारी पर मां बदहवास हो गई और लॉकडाउन की वजह से घर से निकल नहीं सकी l

23 वर्षीय शिवम शुक्ला मूलरूप से उन्नाव के पुरवा थानाक्षेत्र के गांव त्रिपुरारपुर का रहने वाला था। पिछले सात साल से वह कानपुर के परमट में मौसी पुष्पा के साथ रह रहा था। फुफेरे भाई बृजेश ने बताया कि सुबह मां पुष्पा जागी तो बाहर के गेट पर ताला लटका मिला। इस गेट पर ताला कभी नहीं लगता था। उन्होंने चाबी के बारे में घरवालों से पूछा तो सभी ने ताला न लगाने की बात कही।

जानकारी के लिए मां शिवम के पास गईं तो कमरा अंदर से बंद था। काफी खटखटाने के बाद भी कमरा नहीं खुला। इस पर दरवाजा तोड़कर सभी अंदर घुसे तो मां की चीख निकल गई। कमरे में शिवम का शव पंखे के कुंडे से फांसी पर लटक रहा था।

घटना की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर छानबीन शुरू की। परमट चौकी प्रभारी मणि शंकर ने बताया कि युवक मंदिर में पूजापाठ कराता था। एक साल पहले उसकी शादी हुई थी और कुछ ही दिनों बाद पत्नी ने छोड़कर चली गई थी। पत्नी के छोड़ने का क्या कारण था, इसका जानकारी की जा रही है। पता चला है कि शिवम नशे का आदी भी हो गया था, प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि इसी कारण अवसाद में आकर उसने आत्महत्या की है।

शिवम का परिवार उन्नाव त्रिपुरारपुर में रहता है। सुबह जब बेटे की मौत की जानकारी फोन पर हुई तो मां बदहवास हो गई और घर में कोहराम मच गया। लॉकडाउन के चलते कोई बाहर नहीं निकल सका। बाद में पुलिस से अनुमति लेने के बाद वहां से घर वाले चले। इसी वजह से उन्हें कानपुर पहुंचने में देरी हो गईl