लॉक डाउन में बच रही है युवाओं की जेब की पॉकेट मनी

कानपुर । कोरोना से हुए देश मे लॉकडाउन के चलते लोगों का बसेरा घर मे ही हो गया। दिनभर चारों दिशाओं में फर्राटे भरने वाले लोग घरों में रहकर अपना समय और पैसा दोनों ही बचा रहे हैं। 10 दिनों में खत्म होने वाली पॉकेट मनी का अब कुछ प्रतिशत ही खर्च नहीं हो पाया है।
देश मे 21 दिनों का लॉक डाउन किया गया है। यह लॉक डाउन देश मे फैली बीमारी कोरोना वायरस के चलते किया गया। इस वक्त सभी लोग घरों में ही रहकर अपना समय गुजार रहे हैं। हर रोज घरों से बाहर घूमने वाले युवाओं की पॉकेट मनी भी अब उनकी जेब में ही है और खर्च नहीं हो रही है। आम दिनों में जैसा कि देखा जाता है कि आधुनिक युग मे लागातर जिस तरह हम बढ़ रहे हैं हमारे खर्चे भी उसी तरह बढ़ते जा रहे हैं। कानपुर के ज्यादातर युवाओं का समय मॉल और शॉपिंग में ही गुजर जाता है। यही नहीं मूवी का पहला शो देखने के लिए युवाओं की टॉकीज के बाहर होड़ लगती है। एक माह के लिए परिजनों से मिली पॉकेट मनी महज 10 दिनों में या उससे कम समय मे खत्म हो जाती है। जब से लॉक डाउन हुआ है उससे पहले से ही मॉल और टॉकीज को बंद कर दिया गया था। यही कारण है कि युवाओं के खर्च तब से ही कम हो गए है। वहीं जब लॉक डाउन हुआ और सभी रेस्टोरेंट और बाजारें बन्द हुई तब से तो लोगों के घरों से ही निकला बन्द हो गया हैं । यही कारण है कि लोगों के जेब के खर्च कम हो गए हैं।