उन्नाव 8 मार्च । बांगरमऊ क्षेत्र में गेहूं की फसल पक चुकी है। लेकिन लॉक डाउन के चलते फसल की कटाई और मड़ाई अधर में फंस गई है। क्षेत्र के अधिकांश किसानों के ट्रैक्टर थ्रेशर व रैपर आदि कृषि यंत्रों में तकनीकी खराबी है। जिनकी मरम्मत के लिए किसान नगर के चक्कर लगाने को मजबूर है।
क्षेत्र मे गेहूं की फसल पूरी तरह पक चुकी है। किसानों का मानना है कि यदि एक पखवारे तक फसल की कटाई न की गई, तो बालियों से गेहूं झड़ने लगेगा। जिससे किसानों को भारी नुकसान सम्भव है।
इधर कटाई और मड़ाई के लिए कृषि यंत्र धारकों के माथे पर बल पड़े हुए हैं। अधिकांश किसानों के ट्रैक्टर, थ्रेसर व रैपर आदि कृषि यंत्र तकनीकी खराबी के चलते घरों के सहन मे धूल खा रहे हैं।
क्षेत्र के ग्राम तमोरिया बुजुर्ग निवासी शिवमंगल ने बताया कि थ्रेसर चलाने में ट्रैक्टर पर ताकत अधिक पड़ती है। इसके लिए ट्रैक्टर का इंजन दुरुस्त होना आवश्यक है। बीते दिनों ट्रैक्टर से जुताई का काम तो होता रहा। पर इंजन में तकनीकी खराबी के चलते मड़ाई मशीन थ्रेसर को खींच पाना मुश्किल है। इसके लिए ट्रैक्टर के इंजन की ओवर हालिंग कराना आवश्यक है। लेकिन नगर अथवा क्षेत्र के सभी वर्कशॉपो में ताला लटका हुआ है। ऐसी स्थिति में साधन विहीन किसानों की फसल काटना तो दूर उनकी स्वयं की फसल कट पाना मुश्किल हो रहा है।
ग्राम तमोरिया खुर्द निवासी सुनील चौरसिया नया के अनुसार उनके थ्रेसर में ब्लेड खराब हो गए है। जिन्हें बदलना अति आवश्यक है। अन्यथा फसल की बाली का गेहूं भूसे में जा सकता है और किसानों का भारी नुकसान संभव है। इसी प्रकार ग्राम माढ़ापुर के किसान साधूराम कश्यप ने अपनी पीड़ा बताई कि बीते वर्ष फसल की कटाई के आखिरी समय पर उसके रैपर में तकनीकी खराबी आ गई थी। अधिक काम न होने के चलते उसने रैपर की मरम्मत नहीं कराई थी। सोचा था कि अगली फसल के पहले नगर के वर्कशॉप में मरम्मत करा ली जाएगी। लेकिन लाक डाउन के चलते रैपर की मरम्मत नहीं हो पा रही है। कृषि यंत्र धारक सभी किसानों का कहना है कि तहसील प्रशासन ने मात्र 2-3 घंटे के लिए वर्कशॉप खोलने का निर्देश दिया है। लेकिन कृषि यंत्रों की मरम्मत हेतु इतने कम समय के लिए कोई भी तकनीकी कर्मचारी अपना वर्क शॉप खोलने को तैयार नहीं है। ऐसी स्थिति में खेतों में खड़ी गेहूं की फसल की कटाई और मड़ाई को लेकर किसानों की जान सांसत में फंसी हुई है। किसानों ने जिला प्रशासन से नगर के सभी वर्कशॉप पूरे दिन खोलने के निर्देश दिए जाने की मांग उठाई है।