खानकाह से अपील शब ए बारात पर कब्रिस्तान न जाए घर पर करें इबादत

कानपुर, मुल्क मे हमारी सुरक्षा के लिए लगा लाकडाउन को देखते हुए शब ए बारात पर कोरोना वायरस की महामारी के मद्देनजर मुस्लिम समाज से खानकाहे हुसैनी में एक मीटिंग साहिबे सज्जादा इखलाक अहमद डेविड चिश्ती की अध्यक्षता में हुई जिसमें अपील की गयी कि लोग जुमेरात को रात शब-ए-बारात के मौके पर दुआ के लिए कब्रिस्तान नहीं जाएं और घर पर रहकर ही इबादत कर 9-10 अप्रैल को रोज़ा रखकर मुल्क से कोरोना वायरस से निजात के लिये विशेष दुआ करें।शब ए बारात की रात को इस्लाम में पवित्र रात माना जाता है और इस मौके पर लोग मस्जिदों में इबादत करते हैं और अपने दिवंगत परिजन और रिश्तेदारों के लिए दुआ मांगने कब्रिस्तान जाते हैं।

साहिबे सज्जादा ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी का रुप ले चुका है और भारत में 5 हजार से अधिक लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। इसको देखते हुए मंदिरों-मस्जिदो, गुरुद्वारों-चर्चों व बड़ी-बड़ी दरगाहों को बंद कर दिया गया है सभी धार्मिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है नमाज़ पूजा प्रार्थना सब बंद है।  

शब ए बारात में 9-10 अप्रैल रोज़ा रखे व घर पर ही इबादत कर अल्लाह की बारगाह में कोरोना वायरस जानलेवा बीमारी से पूरे मुल्क को निजात देने, इस जानलेवा बीमारी ने जिसकों भी जकड़ रखा है उनको शिफा तंदुरुस्ती देने की दुआ करे व लाकडाउन का पालन करके अपने व अपने पूरे परिवार की हिफाज़त करें। 

मीटिंग में खानकाहे हुसैनी के साहिबे सज्जादा इखलाक अहमद डेविड चिश्ती, मोहम्मद शाबान, मोहम्मद वसीम, परवेज़ वारसी, मोहम्मद आमिर, मोहम्मद जावेद, मुबारक अली, मोहम्मद आसिफ,आदि लोग मौजूद थे।