कानपुर में कोरोना पॉजिटिव से हुई पहली मौत, जमातियों के संपर्क में था युवक
- कोरोना पॉजिटिव जमातियों ने प्रशासन की बढ़ाई मुश्किलें, संख्या हुई 12
- कोरोना पॉजिटिव मृतक युवक मस्जिद के मुतवल्ली का था भाई


कानपुर । दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में हुए जलसे में शामिल तब्लीगी जमाती कानपुर प्रशासन की मुश्किले बढ़ा रहे हैं। यहां पर अब तक दो विदेशी सहित नौ जमाती कोरोना पॉजिटिव पाये गये और दो इनके संपर्क में आने वाले संक्रमित हुए हैं। वहीं एक अमेरिका से आया बुजुर्ग भी है, हालांकि वह अब सही हो गया है और उसकी रिपोर्ट भी निगेटिव आ गयी है। यानी कानपुर में अब तक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 12 हो गयी। इन्ही तब्लीगी जमातियों के संपर्क में आये एक युवक की सोमवार को मौत हो गयी, जिसकी रिपोर्ट मंगलवार को आयी। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गयी और मृतक के मुतवल्ली भाई सहित परिजनों को क्वारंटाइन कर दिया गया। इसके साथ ही उस पूरे इलाके को सील कर दिया गया जहां पर मृतक रहता था और स्वास्थ्य विभाग की टीम बराबर निगरानी कर रही है।

गौरतलब है कि तेलंगाना में छह लोगों की मौत के बाद जब उनकी ट्रैवल हिस्ट्री निकाली गयी तो पता चला कि यह लोग दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में हुए जलसे में शामिल होने गये थे। यह सभी तब्लीगी जमात के सदस्य हैं और इस्लाम के प्रचार प्रसार के लिए जलसे में शामिल होने गये थे। यहां पर कई देशों के तब्लीगी जमाती भी आये हुए थे और देश के अलग-अलग शहरों में इस्लाम के प्रचार-प्रसार के लिए निकल गये हैं। इसके बाद से पूरे देश में भारतीय और विदेशी तब्लीगी जमातियों की खोज शुरु हुई। इसमें अब तक कानपुर प्रशासन ने भी आठ विदेशी सहित 85 तब्लीगी जमातियों को विभिन्न मस्जिदों से खोज निकाला है। इसी बीच दो विदेशी सहित नौ तब्लीगी जमाती कोरोना पॉजिटिव पाये गये और एक इनके संपर्क में आने वाले भी कोरोना पॉजिटिव हो गया। तो वहीं तीन दिन पहले एक युवक संदिग्ध पाया गया और उसको हैलट अस्पताल के कोविड-19 हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान युवक ने सोमवार को दम तोड़ दिया और संजय गांधी स्नातकोत्तर आर्युविज्ञान संस्थान लखनऊ से उसकी जांच रिपोर्ट मंगलवार को पॉजिटिव आयी तो प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य महकमे में खलबली मच गयी।

मुतवल्ली का भाई था मृतक
कानपुर में जिस कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत पहली मौत हुई है उसका नाम मो. अरशद था और उसका भाई मकान के पास ही कर्नलगंज क्षेत्र स्थित हुमायूं मस्जिद का मुतवल्ली है। अरशद को तीन दिन पहले एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिस पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी थी कि वह कोरोना संदिग्ध है। इस पर पुलिस ने उसे निजी अस्पताल से हैलट अस्पताल के कोविड-19 हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जिसकी सोमवार को मौत हो गयी और मंगलवार को जांच रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव पाया गया। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अशोक कुमार शुक्ला ने भी पुष्टि की कि युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है।

जमातियों के संपर्क में था मृतक
बताया जा रहा है कि जिस मस्जिद में मृतक का भाई मुतवल्ली है उस हुमायूं मस्जिद में 20 जमाती ठहरे थे। जमातियों के संपर्क में आने से वह कोरोना पॉजिटिव हो गया और मौत हो गयी। इस संबंध में सीओ कर्नलगंज अजीत कुमार रजक का कहना है कि मृतक युवक पहले जिस निजी हॉस्पिटल में भर्ती था उसको एहतियात के तौर पर बंद करा दिया गया है। मृतक के संपर्क में कौन-कौन आया, इसकी छानबीन की जा रही है। उन्होंने कहा कि पूरे मामले पर नजर रखी जा रही है।

जिलाधिकारी की देखरेख में दफन हुआ था मृतक
कोरोना संदिग्ध की मौत पर अस्पताल ने परिजनों को शव देने से इंकार कर दिया था इस पर क्षेत्रीय विधायक अस्पताल पहुंचे और शव देने का दबाव बनाया। इस पर जिलाधिकारी डा. ब्रह्मदेव राम तिवारी खुद कब्रिस्तान पहुंच गये जहां पर कोरोना संदिग्ध मुतवल्ली के भाई को दफनाना था। जिलाधिकारी ने कब्रिस्तान का निरीक्षण कर उसके घर भी गये और परिजनों से बातचीत की थी। जिसके बाद आठ लोगों को सुरक्षा किट उपलब्ध करायी गयी और जिलाधिकारी की ही देखरेख में देर शाम उसके शव को कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक कर दिया गया।

निजामुद्दीन मरकज से लौटा युवक भी जांच कराने पहुंचा
जिला प्रशासन की सख्ती का असर अब दिखने लगा है, घर से निकलकर अब संदिग्ध जांच कराने के लिए पहुंचने लगे हैं। चमनगंज निवासी 29 वर्षीय युवक दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज में तब्लीगी जमात में शामिल होने गया था। वहां 18 से 21 मार्च तक रहा है और फिर अपनी कार से शहर पहुंचा था। तब से वह यहीं रह रहा था। सोमवार को वह जांच कराने के लिए फ्लू ओपीडी आया तो मरकज में तीन दिन गुजार कर आने की वजह से उसे संदिग्ध मानते हुए अस्पताल में क्वारंटाइन कर लिया गया। उसका थ्रोट एवं नेजल स्वाब लेकर जांच के लिए भेजा है। कोविड-19 हॉस्पिटल में कार्यरत दो महिला जूनियर रेजीडेंट का नमूना भी लिया गया है, उन्हें भी जांच के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया है।

ड्रोन से हो रही निगरानी
एसएसपी अनंत देव ने बताया कि हलीम मुस्लिम स्कूल चमनगंज, हुमायूं मस्जिद कर्नलगंज, हाजी इनायत मस्जिद कुली बाजार, शेख लालमन मस्जिद कुलीबाजार, हाता वाली मस्जिद कुली बाजार, खैर मस्जिद मछरिया नौबस्ता, नसीमाबाद मस्जिद मछरिया, मदरसा हिदायत उल्लाह मछरिया, सूफा मस्जिद बाबूपुरवा, बिलाल मस्जिद मुंशीपुरवा, बाबूपुरवा, काजियानी मस्जिद घाटमपुर, रहमानिया मस्जिद घाटमपुर, बड़ी मस्जिद बरीपाल सजेती को हॉट स्पॉट इलाकों के रुप में चिन्हित किया गया है। बताया कि इन क्षेत्रों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है और कोई भी व्यक्ति घरों से बाहर नहीं निकल रहा है। शासन से निर्देश मिलते ही इन क्षेत्रों को खोला जाएगा, फिलहाल लोगों की हर संभव पुलिस मदद कर रही है। बताया कि इन सभी क्षेत्रों की आईआईटी के ड्रोन कैमरों से बराबर निगरानी की जा रही है और स्वास्थ्य विभाग के साथ नगर निगम की टीमें यहां पर बराबर सैनिटाइजेशन कर रही हैं। किसी भी व्यक्ति को आवश्यक वस्तुओं के लिए परेशानी न हो इसके लिए होम डिलीवरी करायी जा रही है।