कानपुर में कोरोना पर राहत : पांच जमातियों में हुआ सुधार, रिपोर्ट आयी निगेटिव

- तीसरी रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही इनकी अस्पताल से होगी छुट्टी

कानपुर । कानपुर में जहां एक तरफ कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है और स्वास्थ्य महकमे में हलचल बढ़ी हुई है तो वहीं दूसरी तरफ राहत भरी भी खबर आयी है। हैलट के कोविड-19 हॉस्पिटल में भर्ती नौ जमातियों में पांच में सुधार हुआ है और उनकी दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आयी है।, जिससे स्वास्थ्य विभाग ने भी राहत की सांस ली और डाक्टरों में इस बात खुशी दिखी कि उनकी मेहनत रंग ला रही है। हालांकि अभी इनको हॉस्पिटल में ही रखा जाएगा और तीसरी रिपोर्ट आने के बाद ही छुट्टी की जाएगी।
कानपुर का स्वास्थ्य विभाग दिल्ली में हुई मरकज में शामिल जमातियों और उनके संपर्क में आये लोगों के साथ ही जो लोग बाहर से आये हैं उनकी बराबर जांच करवा रहा है। जांच रिपोर्ट रोजाना आ रही हैं और कानपुर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। अब तक कानपुर में 27 मरीज कोरोना ग्रसित हो चुके हैं। लगातार बढ़ रही संख्या से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची हुई है तो वहीं एक राहत भरी भी खबर आयी। इस खबर के मुताबिक गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कालेज से संबद्ध लाला लाजपत राय अस्पताल (हैलट) में बने कोविड-19 हॉस्पिटल में भर्ती नौ जमातियों में पांच की रिपोर्ट निगेटिव आयी है। इन जमातियों में बराबर सुधार हो रहा है और दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आने से डाक्टरों में अपनी मेहनत को लेकर खुशी है। हालांकि अभी इनको छुट्टी के लिए इंतजार करना होगा, क्योंकि जब तक तीसरी रिपोर्ट निगेटिव नहीं आएगी तब तक इन्हे अस्पताल में ही रहना पड़ेगा। हैलट के प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके मौर्या ने शुक्रवार को बताया कि भर्ती छह जमातियों में सुधार होता देख इनके सैंपल लिये गये थे और इनकी जांच मेडिकल कालेज में ही बनी लैब में करायी गयी, जिसमें पांच की रिपोर्ट निगेटिव आयी है और एक की पॉजिटिव आयी है। जिन पांच जमातियों की रिपोर्ट निगेटिव आयी है उन्हे अलग रखा गया है और पांच दिनों बाद इनकी तीसरी जांच करायी जाएगी। अगर तीसरी बार जांच रिपोर्ट निगेटिव आती है तो इनकी अस्पताल से छुट्टी कर दी जाएगी। वहीं जिस जमाती की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है वह सुल्तानपुर जिले के बिलहरी गांव का रहने वाला है। फिलहाल वह दिल्ली में रह रहा था। इन सभी को बाबूपुरवा की सुफ्फा मस्जिद तथा सजेती के एक गांव की बड़ी मस्जिद से जांच के लिए लाया गया था।