कानपुर के बॉर्डर पर अचानक पहुंची मजदूरों की भीड़, भेजे गए शेल्टर होम







  • जिला प्रशासन ने लोगों के रहने के साथ ही खानपान सहित अन्य व्यवस्थाएं की मुकम्मल



कानपुर । देश मे लॉक डाउन का दूसरा चरण है और अभी भी लोगों के आने का सिलसिला थमा नही है। इसी कड़ी में जनपद के महाराजपुर थानाक्षेत्र में अचानक बढ़ते हुए मजदूरों की संख्या को देखते हुए प्रशासन सतर्क हो गया है। जनपद के आलाधिकारीयों ने शनिवार को सेल्टर होम पहुंच कर जायजा लिया है।

कोरोना ने जब से देश मे कदम रखा है देश को लॉक डाउन कर दिया गया और लोगों का जीवन रुक सा गया है। लॉक डाउन के दौरान देसग के प्रधानमंत्री ने लोगों को कई बार सम्बोधित करके बताया है कि जो लोग जहां हैं वहीं रहे और सुरक्षित रहें। इसी में लोगों की भलाई भी है। सरकार लगातार लोगों के खाने पीने और रहने का इंतजाम कर रही है। इसी कड़ी में कानपुर जिले के बॉर्डर महराजपुर में भी अस्थायी शेल्टर होम बनाया गया था। इस सेल्टर होम में बाहरी मजदूर और जो बाहर से आने वाले लोग हैं आकर रह रहे हैं। यहां पर लोगों के आने का सिलसिला अभी भी थमा नहीं है।

शनिवार को भी अचानक मजदूरों का एक रैला यहां उमड़ पड़ा जिससे जिला प्रशासन के हाथ पांव फूल गये। आनन फानन में स्थिति की नाजुकता को देखते हुए जिले का पूरा प्रशाशनिक अमला शेल्टर होम पहुंच गया। जनपद के जिलाधिकारी, डीआईजी/एसएसपी, एसडीएम व अन्य अधिकारीयों पहुंच कर वहां मीटिंग करके इस समस्या के निवारण के रास्ता निकालना शुरू किया है।

जिलाधिकारी डॉ ब्रह्मराम देव तिवारी ने बताया कि जनपद के जगह—जगह लोगों की सुविधा है उन जगहों पर रहने और खाने की पूरी व्यवस्था भी है। इसके बाद भी कुछ लोग बिना सोचे बाहर निकल आए रहे हैं। अभी भी लोगों का बाहर से आने का सिलसिला है जिसके चलते पूरे इंतजाम भी किये गए हैं।