हैलट, उर्सला, सीएचसी सरसौल हाई रिस्क जोन घोषित, रोजाना तीन बार किए जाएंगे सैनिटाइज





कानपुर।। कानपुर के तीन सरकारी अस्पतालों को हाई रिस्क जोन में तब्दील कर दिया गया है । कोरोना संक्रमित रोगियों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर हैलट, उर्सला और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरसौल को हाई रिस्क जोन घोषित कर दिया गया है

कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ने केे कारण डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ को सुरक्षित रखने के लिए यह व्यवस्था लागू की गई  है। हाई रिस्क जोन के अस्पतालों में  नगर निगम इन तीनों अस्पतालों को दिन में तीन बार सैनिटाइज करेगाl

हाई रिस्क जोन के अस्पतालों में बिना  सुरक्षा कवच के जो आएगा उसे प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। हैलट प्रशासन ने स्क्रीनिंग कमेटी बना दी है। यह मुख्य द्वार पर रहेगी। इस संबंध में निगम को प्रस्ताव भेज दिया गया है।

अस्पतालों के हाई रिस्क जोन घोषित होने के बाद अब डॉक्टर, पैरा मेडिकल स्टाफ और तीमारदार मास्क और ग्लव्स में परिसर के अंदर आएंगे। इसी तरह उर्सला और सीएचसी में भी एहतियात बरता जाएगा।

हैलट के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरके मौर्या का कहना है कि कोरोना पॉजीटिव रोगियों के लगातार आने से यह व्यवस्था बनी है। संवेदनशील क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज का डॉ. मुरारीलाल चेस्ट हॉस्पिटल भी रहेगा। यहां आने में भी हैलट, उर्सला, सीेएचसी जैसा एहतियात बरता जाएगा।

 

संदिग्ध मरीजो की जांच रिपोर्ट में 14 और लोगो में कोरोना के संक्रमण की हुई पुष्टि। जिसमें सात लोग कुली बाजार क्षेत्र और सात मदरसा छात्र हैं। जो बिहार के रहने वाले हैं। कर्नलगंज के बाद शहर का कुली बाजार क्षेत्र रेड अलर्ट हुआ।  यहां से अब तक 12 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 45 हो गई है। इन सभी की जांच जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की कोविड-19 लैब में हुई है।

स्वास्थ्य महकमे ने शहर के कुली बाजार, कर्नलगंज, जाजमऊ के मदरसा, पनकी के नारायणा मेडिकल कॉलेज समेत हैलट के डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ का थ्रोट और नेजल स्वाब के 217 नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए थे। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कोविड-19 लैब में हुई जांच में 14 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसमें कुली बाजार के सात और मदरसा के सात छात्र शामिल हैं।s