दूधमंडी सुतरखाना में दूधिये कर रहें लॉक डाउन का उलंघन दूध के डब्बों में डाल रहें हाथ



कानपुर।।  प्रधान मंत्री मोदी जी के स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत के अभियान को पलीता लगाते दूध वाले । देश के प्रधानमंत्री खाध्य पदार्थों की जाँच व उत्पादन के लिये चाहे कितनी ही देशी - विदेशी और उन्नत तकनीको का प्रचार प्रसार करें पर हमारे दुग्ध उत्पादक व विक्रेताओं को दूध की गुणवत्ता जाँच का  एक ही तरीका आता है और वह है अपने हाँथ को दूध के पीपों  में डुबोना फिर उसे अपने हाँथो में मसलना ,ग्राहक यह भी जानने का प्रयास नही करता के हाँथ डालने वाला सुरक्षित है या नही ,कहीं ऎसा ना हों के किसी का संक्रमण  से ग्रसित है अथवा वह दूध जो खरीद रहा है क्या वह शुद्ध  है । क्या यह सब खाद्य अधिकारीयों की जानकारी में नही है अथवा उन्होंने स्वार्थ वश अपनी आंखे बंद कर रखी हैं।

महामारी के चलते  जहां प्रशासन आम जनता के बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा रहा है वहीं इन दूध मंडियों,सब्जी मंडीयों व किराना बाजारों में होने वाली भीड़ व जाम का आलम महसूस ही नहीं होने देता कि देश मे लॉक डाउन है एवं दिनों दिन स्थिति और अधिक भयावय होती जारही है।जबकि सम्पूर्ण देश की सरकारें लगातार सभी से सोशल डिस्टेंस बनाये रखने की अपील कर रहा है पर स्थिति इसके उलट ही दिखाई देती है। यदि इस सबपर जल्द ही ध्यान ना दिया गया तो स्थिति सुधरने में काफी वक्त लग सकता है।