- डाक्टरों की टीम अब बराबर करेगी स्वास्थ्य जांच, हो रही निगरानी
कानपुर । वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते देश में 21 दिन का लॉकडाउन चल रहा है और कानपुर में बराबर कोरोना पॉजिटिव मरीज बढ़ रहे हैं। इसको लेकर प्रशासन ने आज से कानपुर में पूरी तरह से लॉकडाउन घोषित कर दिया है और कोई भी व्यक्ति अनावश्यक रुप से बाहर नहीं निकल पा रहा है। जिससे लोगों में बेचैनी है और लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। इसी बीच एक ऐसा आदेश आया कि कानपुर जू प्रशासन आगे की रणनीति बनाने में जुट गया। आदेश के मुताबिक अमेरिका में एक बाघ कोरोना पॉजिटिव पाया गया और ऐसे में कानपुर जू को भी हाईअलर्ट किया जाता है। यही नहीं कानपुर चिड़ियाघर प्रशासन आगे की रणनति तय करे और हर हाल में बाघ को कोरोना से बचाना है। इस पर जू प्रशासन अपनी तैयारियां शुरु कर दी है।
इंसानों के बाद अब जानवरों में भी कोरोना वायरस के लक्षण मिलना शुरु हो गए हैं। अमेरिका के एक चिड़ियाघर में एक बाघ के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इसके बाद केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) ने देश के सभी चिड़ियाघरों से हाईअलर्ट पर रहने और संदिग्ध मामलों में नमूने लेने के लिए कहा है। सीजेडए सदस्य सचिव एसपी यादव ने राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों को लिखे गए एक पत्र में कहा कि अमेरिका के कृषि विभाग की राष्ट्रीय पशु चिकित्सा सेवा ने न्यूयॉर्क के ब्रोन्क्स चिड़ियाघर में एक बाघ के कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि की है। इस पत्र में उन्होंने कहा है कि इसलिए देश के सभी चिड़ियाघरों को सलाह दी जाती है कि वह सतर्क रहें और सीसीटीवी के जरिये जानवरों के किसी भी असामान्य व्यवहार या लक्षण का पता लगाने के लिए हर पल नजर रखें। प्राधिकरण ने कहा कि स्तनपायी जीव खासतौर पर बिल्लियों, गंधबिलाव और बंदरों पर सतर्कता से निगरानी करने और संदिग्ध मामलों के नमूने पाक्षिक रूप से कोविड-19 की जांच के लिए तय किए गए पशु स्वास्थ्य संस्थानों में भेजे जाने की जरुरत है।
जू के डाक्टर का कहना
कानपुर चिड़ियाघर (जू) के डाक्टर आरके सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के चलते यहां पर कोई नहीं आ रहा है और वातावरण में भी सुधार हो रहा है। ऐसे में चिड़ियाघर में जानवर पहली बार स्वस्थ्य वातावरण में खेलने में मस्त हैं। चिड़ियाघर के हर बाड़े में जानवर शांत वातारण में उछल कूद रहे हैं और उनमें स्फूर्ति देखी जा रही है। चिड़ियाघर प्रशासन का कहना है कि शहर में वाहनों का आना-जाना नहीं होता और शांति है, जिसका असर चिड़ियाघर के जानवरों में भी देखा जा रहा है। वहीं दर्शकों के न आने से चिड़ियाघर में जानवरों को प्राकृतिक जंगल जैसे माहौल दिख रहा है और खूब मस्त है। डाक्टर ने बताया कि केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) का आदेश आया है पर यहां बाघों की नियमित जांच बढ़ाने और सुरक्षा नियमों को कड़ाई से लागू करने का पहले से ही फैसला किया गया है। बताया कि फरवरी के मध्य से ही बाघों के बाड़ों में और चिड़ियाघर में एंटीवायरल दवाओं का नियमित स्प्रे करने समेत अनेक एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाघ के कोविड-19 संक्रमित होने की खबर वाकई चिंताजनक है। हमने सभी संरक्षकों, डॉक्टरों तथा चिड़ियाघर के अन्य स्टाफ सदस्यों के लिए कड़े सुरक्षा नियम लागू किए हैं।
कानपुर । वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते देश में 21 दिन का लॉकडाउन चल रहा है और कानपुर में बराबर कोरोना पॉजिटिव मरीज बढ़ रहे हैं। इसको लेकर प्रशासन ने आज से कानपुर में पूरी तरह से लॉकडाउन घोषित कर दिया है और कोई भी व्यक्ति अनावश्यक रुप से बाहर नहीं निकल पा रहा है। जिससे लोगों में बेचैनी है और लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। इसी बीच एक ऐसा आदेश आया कि कानपुर जू प्रशासन आगे की रणनीति बनाने में जुट गया। आदेश के मुताबिक अमेरिका में एक बाघ कोरोना पॉजिटिव पाया गया और ऐसे में कानपुर जू को भी हाईअलर्ट किया जाता है। यही नहीं कानपुर चिड़ियाघर प्रशासन आगे की रणनति तय करे और हर हाल में बाघ को कोरोना से बचाना है। इस पर जू प्रशासन अपनी तैयारियां शुरु कर दी है।
इंसानों के बाद अब जानवरों में भी कोरोना वायरस के लक्षण मिलना शुरु हो गए हैं। अमेरिका के एक चिड़ियाघर में एक बाघ के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इसके बाद केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) ने देश के सभी चिड़ियाघरों से हाईअलर्ट पर रहने और संदिग्ध मामलों में नमूने लेने के लिए कहा है। सीजेडए सदस्य सचिव एसपी यादव ने राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों को लिखे गए एक पत्र में कहा कि अमेरिका के कृषि विभाग की राष्ट्रीय पशु चिकित्सा सेवा ने न्यूयॉर्क के ब्रोन्क्स चिड़ियाघर में एक बाघ के कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि की है। इस पत्र में उन्होंने कहा है कि इसलिए देश के सभी चिड़ियाघरों को सलाह दी जाती है कि वह सतर्क रहें और सीसीटीवी के जरिये जानवरों के किसी भी असामान्य व्यवहार या लक्षण का पता लगाने के लिए हर पल नजर रखें। प्राधिकरण ने कहा कि स्तनपायी जीव खासतौर पर बिल्लियों, गंधबिलाव और बंदरों पर सतर्कता से निगरानी करने और संदिग्ध मामलों के नमूने पाक्षिक रूप से कोविड-19 की जांच के लिए तय किए गए पशु स्वास्थ्य संस्थानों में भेजे जाने की जरुरत है।
जू के डाक्टर का कहना
कानपुर चिड़ियाघर (जू) के डाक्टर आरके सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के चलते यहां पर कोई नहीं आ रहा है और वातावरण में भी सुधार हो रहा है। ऐसे में चिड़ियाघर में जानवर पहली बार स्वस्थ्य वातावरण में खेलने में मस्त हैं। चिड़ियाघर के हर बाड़े में जानवर शांत वातारण में उछल कूद रहे हैं और उनमें स्फूर्ति देखी जा रही है। चिड़ियाघर प्रशासन का कहना है कि शहर में वाहनों का आना-जाना नहीं होता और शांति है, जिसका असर चिड़ियाघर के जानवरों में भी देखा जा रहा है। वहीं दर्शकों के न आने से चिड़ियाघर में जानवरों को प्राकृतिक जंगल जैसे माहौल दिख रहा है और खूब मस्त है। डाक्टर ने बताया कि केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) का आदेश आया है पर यहां बाघों की नियमित जांच बढ़ाने और सुरक्षा नियमों को कड़ाई से लागू करने का पहले से ही फैसला किया गया है। बताया कि फरवरी के मध्य से ही बाघों के बाड़ों में और चिड़ियाघर में एंटीवायरल दवाओं का नियमित स्प्रे करने समेत अनेक एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाघ के कोविड-19 संक्रमित होने की खबर वाकई चिंताजनक है। हमने सभी संरक्षकों, डॉक्टरों तथा चिड़ियाघर के अन्य स्टाफ सदस्यों के लिए कड़े सुरक्षा नियम लागू किए हैं।