आईजी कानपुर ने छिपे जमातियों को निकालने के लिए इनाम किया घोषित

- जानकारी देने वाले का नामकृपता गोपनीय रख दिया जाएगा 10 हजार की राशि

कानपुर । देश में वैश्विक आपदा कोरोना में दिल्ली के जमातियों ने खतरा बढ़ा दिया है। उत्तर प्रदेश के कानपुर में भी लगातार जमातियों के पॉजिटिव केस सामने आने और अभी भी उनके छिपे होने की सूचना पर उन्हें बाहर निकलने को कानपुर परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) ने अनोखी पहल की है। उन्होंने जमातियों की जानकारी देने वाले को 10 हजार का इनाम दिए जाने की घोषणा की है।
आईजी मोहित अग्रवाल ने सोमवार को बताया कि जिले में पिछले कुछ दिनों पूर्व दिल्ली के मरकज में शामिल जमातियों के कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए। शहर के कुछ क्षेत्रों में इनके अधिक संख्या में मिलने पर जांच कराई गई तो लगातार जमातियों में खतरनाक कोरोना वायरस की पुष्टि हो रही है और संख्या में इजाफा। बीते एक दिन में तो 26 मरीज सामने आए जिनमें कुछ लोग जमात से जुड़े हैं। वहीं सोमवार को भी 17 नए केस मिलने से यह आंकड़ा 74 पहुंच गया है। पॉजिटिव केस की संख्या में लगातार वृद्धि व ज्यादातर मामलों में जमाती मिलना चिंता का विषय बन गए हैं। पुलिस व खुफिया की जांच में पता चला है कि अभी भी बड़ी संख्या में जमाती शहर में छिप कर गुपचुप तरीके से रह गए हैं। वह जिला, स्वास्थ्य व पुलिस प्रशासन का सहयोग करने के बजाए लोगों से जानकारी छुपा कर बच रहे हैं।
आईजी ने बताया कि, ऐसे लोगों की खोजने व इनके ठिकानों से बाहर निकालने के लिए अब 10 हजार का इनाम जानकारी देने वाले को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग खुद के साथ ही परिवार व समाज के लिए बड़ा खतरा है। इसलिए इनकी जानकारी देने के लिए समाज के लोगों को आगे आना चाहिए। ताकि इस वायरस की चैन को तोड़ने में कामयाबी मिल सके और इसे फैलने से रोकने में सफलता हासिल हो।
आईजी ने बताया कि जमातियों की जानकारी देने वाले शख्स को डरने की जरुरत नहीं है, उसका नाम व पता गोपनीय रखा जाएगा। उनके विषय में सूचना पुलिस के थाना प्रभारी से लेकर वरिष्ठ अफसरों के सरकारी नंबर पर सीधे दे सकते हैं। आईजी कानपुर परिक्षेत्र ने कहना है कि अभी शहर में छिपे जमातियों की संख्या तो नहीं बताई जा सकती, लेकिन यह जरुर सामने आया है कि मरकज में शामिल होने के बाद मार्च माह में काफी संख्या में लोग आए हैं, जिनके कोरोना संक्रमित होने की सम्भावना भी है।