रेलवे के निजीकरण के विरोध में यूनियन का आन्दोलन शुरू


फतेहपुर। आल इण्डिया रेलवे फेडरेशन एवं नार्थ सेन्ट्रल रेलवे मेन्स यूनियन के आहवान पर रेलवे के निजीकरण एवं निगमीकरण के विरोध में जिला इकाई के पदाधिकारियों द्वारा रविवार की सुबह छह दिवसीय आन्दोलन की शुरूआत कर दी। पहले दिन यूनियन के कार्यकर्ताओं ने स्टेशन परिसर में केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर अपनी मांगे उठायी।


शाखा सचिव महेन्द्र गुप्ता के नेतृत्व में यूनियन के कार्यकर्ता स्थानीय रेलवे स्टेशन परिसर में एकत्र हुए। जहां केन्द्र सरकार द्वारा रेलवे के निजीकरण एवं निगमीकरण को लेकर छह दिवसीय आन्दोलन की शुरूआत की। सभी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने स्टेशन परिसर में यूनियन के बैनर तले केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और मांग की गयी कि निजीकरण एवं रेल का निगमीकरण समाप्त किया जाये, पुरानी पेंशन बहाल की जाये, यूनियनों की मान्यता हेतु चुनाव अविलम्ब कराया जाये, रिक्त पड़े पदों को अविलम्ब भरा जाये। जहां महिला कर्मचारी कार्यरत हों उनके लिए कार्यस्थल में वाशरूम व शौचालय की व्यवस्था करवायी जाये, तेजस जैसी महत्वपूर्ण गाड़ी को निजी क्षेत्र में चलाये जाने के प्रस्ताव को वापस लिया जाये, रद्द की गयी लार्जेस स्कीम को तुरन्त बहाल किया जाये, सभी विभागों में हार्डशिप एलाउंस का भुगतान किया जाये, टिकट चेकिंग स्टाफ के रेस्ट हाउस को वातानुकूलित किया जाये। इसके अलावा अन्य मांगे भी शामिल रही। बताया गया कि यह आन्दोलन छह मार्च तक लगातार चलेगा। जिसमें धरना एवं प्रदर्शन करके अपनी आवाज उठायी जायेगी। इस मौके पर शाखा उपाध्यक्ष अभय सिंह, विक्रम सिंह, कलीम उद्दीन, प्रवेश, मो0 इदरीस, नरेन्द्र सिंह, अंजुम, रमेश सोनकर, रजनीश, अजय, प्रमोद यादव, राम मोहन, अनिल कुमार, सुधीर कुमार, राजन यादव, शिवनारायण के अलावा तमाम कर्मचारी मौजूद रहे।