ऐ मुसलामानों तुम्हारा पड़ोसी किसी भी मजहब का हो उसे रात में भूखा नहीं सोना चाहिए ये तुम्हारी जिम्मेदारी है : मौलाना रियाज़ अहमद हशमती
कानपुर, क़ाजी ए शहर मौलाना रियाज़ अहमद हशमती साहब के आह्वान पर पूरे शहर कानपुर में लोगों ने अपने -अपने घरों की छतों, आँगनों और कमरों से अज़ानें दीं।शहर क़ाजी ज़ी ने कहा कि कोरोना जैसे खतरनाक बीमारी से चीन, इटली, ईरान और अमेरिका तक पूरी दुनिया पीड़ित हैं और इसका बचाव के सिवा कोई चारा नहीं है। अभी तक इसका कोई ईलाज इज़ाद नहीं हो सका है दुनिया इसे बीमारी बता रही है परन्तु कोरोना वायरस एक तरह की बला है। खुदा का अज़ाब है क्यूंकि आज दुनिया में लोग अपने रब को भूल गए हैं और बेहयाई, बेशर्मी ऊरुज पर है तथा माँ बाप उस्ताद की नाफ़रमानी ताजीम ना करने से शैतानी दखल हुआ है और शैतानी दखल से बलाएँ आती है। मेरे नबी का इरशाद है कि अज़ान की आवाज़ सुन कर बला - वबा दूर भाग जाती है। इस लिए अपने मुल्क की सेफ्टी के लिए दुआएं ख़ास अज़ान की शक्ल में अज़ान दे कर किया जाए ऐसा एलान क़ाजी ए शहर मौलाना रियाज़ अहमद हशमती साहब ने किया तथा लोगों से अपने आप को घरों में रह कर लॉक डाउन करने तथा सफ़ाई के एहतियात तथा प्रशासन के सहयोग की अपील की। जिस पर अमल करते हुए पूरे शहर के मुसलामानों के साथ खुद क़ाजी ए शहर मौलाना रियाज़ अहमद हशमती ने अज़ान दी और रो रो कर गिड़गिड़ा गिड़गिड़ा कर अल्लाह से इस बला (कोरोना वायरस) से पूरे मुल्क हिन्दुस्तान महफ़ूज़ रहने की देशहित और राष्ट्रहित में दुआ की तथा ख़ासतौर पर डॉक्टर, पुलिस और सफ़ाई कर्मियों को सलाम करते हुए उनके इस समय दिये जा रहे योगदान की सराहना की। तथा मुसलामानों से अपील करते हुए कहा कि तुम्हारा पड़ोसी किसी भी मजहब का हो उसे रात में भूखा नहीं सोना चाहिए ये तुम्हारी जिम्मेदारी है।
इसी तरह से पूरे शहर के इलाक़ों बाबु पुरवा, ट्रांसपोर्ट नगर, परम पुरवा, मछारिया, नौबस्ता,उस्मानपुर जूही लाल कॉलोनी, सफेद कॉलोनी, पीली कॉलोनी, चमनगंज, बेकनगंज, कर्नलगंज, अनवरगंज, नई सड़क, रावतपुर, मस्मानपुर, कल्याणपुर, पूरे शहर में हाफ़िज़ कफील हुसैन खान, मौलाना मुजफ्फर हुसैन, इसरार बकाई, मौलाना उमर, मौलाना कसीरूद्दीन, मौलाना मुबीन, मौलाना शमशेर, क़ारी नौशाद, क़ारी शराफत, क़ारी अकील, मौलाना अबरार, हाफ़िज़ शोएब, हाफ़िज़ फैजुद्दीन, क़ारी असलम, हाफ़िज़ तनवीर, हाफ़िज़ शब्बीर हुसैन बरकाती, मुफ्ती क़ाजिम खान ओवैसी, मौलाना अन्सार, इम्तियाज अहमद, मो. इमरान खान, छन्गा पठान, इस्लाम अंसारी, इनायत अली, इजहार आलम आदि हज़ारों की तादाद में लोगों ने अपने अपने घरों में अज़ान दी।