कानपुर। सिख कल्याण समिति के तत्वाधान में हरप्रीत सिंह बब्बर की अध्यक्षता में शनि देव मंदिर कालपी रोड रामाधर्म कांटे के पास होली के पावन पर्व पर प्रतीकात्मक रूप से होलिका दहन कर दिल्ली दंगों की वज़ह से जो देश में नफरत का माहौल पैदा हुआ था जिसकी वजह से आपसी सद्भाव और सौहार्द को जो क्षति पहुंची थी इन सब बुराईयों को होलिका में दहन कर देश और दुनिया में अमन चैन, आपसी भाई चारा कायम रहे इस की प्रार्थना की गई सिख कल्याण समिति के अध्यक्ष हरप्रीत सिंह बब्बर ने कहा कि होली के पावन पर्व पर बुराइयों और नफरत की होली जलाकर भाईचारे का संदेश दिया गया है और गालों पर गुलाल लगाकर एकता और भाईचारे का संदेश दिया गया और कहां की वाहेगुरु ने कहा है "मानस की जात सभे एको पहचानबो" कि हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सब एक दूसरे के भाई हैं और एक दूसरे के त्योहारों में बढ़ चढ़ कर शरीक होते हैं तो सिख समुदाय भी एकता का संदेश देते हुए कहता है कि मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिंदी हैं हम वतन है हिंदुस्तान हमारा सिख कल्याण समिति के सभी पदाधिकारियों व सर्व समाज के लोगों ने एकता का संदेश दिया, और जो देश को बांटने का काम कर रहे हैं उनके लिए होली में मुंहतोड़ जवाब होगा कि यह देश बंटने वाला नहीं है। हमारी एकता को कोई नहीं तोड़ सकता है। एक दूसरे को गले लगा कर गालों पर गुलाल लगाकर सभी पदाधिकारी "जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल" के उद्घोष के साथ नफरत की होली जला रहे थे।इस अवसर पर मुख्य रूप सिख कल्याण समिति के अध्यक्ष हरप्रीत सिंह बब्बर, महासचिव जितेंद्र सिंह संधू, समाजसेवी उपेंद्र दुबे, चंदी गुप्ता, मुल्ला अख्तर,आत्मजीत सिंह, आकिब अंसारी,कुलवंत सिंह, जसपाल सिंह, योगेन्द्र यादव,गगन दीप सिंह, सरफराज आलम, अनमोल सिंह, करन सिंह, जुगल किशोर गुप्ता, जसप्रीत सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।
नफरत की होली जलाकर दिया भाईचारे का संदेश