लॉकडाउनः कानपुर में बाहरी लोगों की भीड़ बनी चुनौती, बस अड्डा पहुंचे डीएम



- स्क्रीनिंग कर बिना किराये के लोगों को पहुंचाया जाये गंतव्य

कानपुर । कोरोना वायरस से निपटने के लिए जारी लॉकडाउन में दूसरे प्रदेशों के लोग बराबर कानपुर पहुंच रहे हैं, जो प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है। जिलाधिकारी ने आलाधिकारियों के साथ अन्तरराज्यीय बस अड्डे पहुंचकर साफ निर्देश दिया कि किसी भी यात्री से किराया न लिया जाये और उन्हे गंतव्य तक पहुंचाया जाये। इसके साथ ही सभी बाहरी लोगों की स्क्रीनिंग भी करायी जाये और भोजन सहित पूरी व्यवस्थाएं भी होनी चाहिये।
लॉकडाउन में दिल्ली और हरियाणा के गुडगांव आदि शहरों में फंसे लोग अपने घरों के लिए भाग रहे हैं। यह लोग किसी न किसी तरह से बराबर कानपुर पहुंच रहे हैं, इसके साथ ही आस-पास के जनपदों के भी लोग कानपुर पहुंच रहे हैं। इधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी आदेश जारी कर दिया कि बाहरी लोगों को घरों तक पहुंचाया जाये, जिससे कानपुर पहुंचने वाले बाहरी लोगों की संख्या बराबर बढ़ती जा रही है, क्योंकि कानपुर मध्य क्षेत्र में आता है और लोगों को यह उम्मीद है कि यहां से घर पहुंच सकते हैं। ऐसे में कानपुर आने वालों की भीड़ प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है, हालांकि जिला प्रशासन की पूरी कोशिश है कि किसी भी बाहरी को परेशानियों का सामना न करना पड़े। इसी के चलते रविवार को दूसरे दिन भी जिलाधिकारी डा. ब्रह्मदेव राम तिवारी आलाधिकारियों के साथ अन्तरराज्यीय बस अड्डा झकरकटी पहुंचे और जायजा लिया। यहां पर जिलाधिकारी ने साफ कहा कि किसी भी यात्री ने किराया न वसूला जाये और उन्हे बिना किसी परेशानी के गंतव्य स्थान तक पहुंचाया जाये। कहा कि बसों की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी और सभी बाहरी बसों को मुफ्त में डीजल भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही जो भी बाहरी कानपुर आ रहा है उनको बार्डर पर ही रोका जा रहा है और स्क्रीनिंग के बाद ही उन्हे अंदर आने दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो भी भीड़ आ रही है, उसके लिए पूरे इंतजाम करने की व्यवस्था की जा रही है लोगों को उनके घरों की ओर भेजने के लिए चित्रकूट से भी 100 से ज्यादा बसें मिल रही हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है कि किसी भी बाहरी लोगों को कानपुर में परेशानियों का सामना न करना पड़े।

दिल्ली गाजियाबाद से आ रही अधिक भीड़
जिलाधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जांच बहुत जरुरी है पर हमारे पास थर्मल स्कैनर इतनी मात्रा में नहीं है। इसके बावजूद इमरजेंसी मेडिकल किट से सभी की जांच की जा रही है। बताया कि दिल्ली और गाजियाबाद से सबसे ज्यादा भीड़ आ रही है। इसके लिए पूरी व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग की बसों से जो लोग आ रहे हैं, उनसे किराया नहीं वसूला जाएगा. यह भी कहा गया है कि अगर कहीं किराया वसूला गया है, तो उसे वापस किया जाए। इसके पहले कलेक्ट्रेट में हुई बैठक में कैबिनेट मंत्री सतीश महाना ने कानपुर आ रहे लोगों को बॉर्डर पर रोककर उनके गंतव्य स्थानों को भेजने को कहा।

प्रधान से लेकर ग्रामीण स्तर के अधिकारी रखें नजर
जिलाधिकारी ने कहा कि इस महामारी को रोकना सभी का कर्तव्य है। ग्रामीण स्तर के कर्मचारी और प्रधान भी बाहर से आ रही भीड़ की जानकारी जुटाएं और प्रशासन को अवगत करायें। गांव के सचिव और चौकीदार इस पर विशेष सावधानी बरतें और बराबर निगरानी करते रहें। इन लोगों की जिम्मेदारी है कि जो भी बाहरी लोग आएं उनकी जानकारी तो दे ही साथ ही उनका ख्याल भी रखें और इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रखें।

बस अड्डे को किया गया सेनीटाइज
बाहरी लोगों को घर भेजने का योगी सरकार के आदेश के बाद लगातार झकरकटी बस अड्डे पर लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है। इसको देखते हुए जिलाधिकारी ने साफ निर्देश दिया कि दिन में दो बार बस अड्डे को सेनीटाइज किया जाये। जिसके बाद हरकत में आया नगर निगम का स्वास्थ्य महकमा ने टीम भेजकर बस अड्डे को सेनीटाइज कराया।