लॉक डाउन ने बदली जिंदगी, मोबाइल छोड़ छतों पर लोग गुजार रहे शाम




-मौसम खुलने पर लोगों ने घरों की बालकनी व छतों पर पहुंचकर समय काटने के लिए परिवार के साथ कर रहें गपशप

कानपुर । कोरोना वायरस ने जहां एक ओर दुनिया मे कहर बरपाया है। इस वायरस के लिए हो रहे रोकथाम से दुनिया में लोगों का जीने का तरीका ही बदल दिया है। एक दशक से मोबाइल में जिन्दगी जीने वाले लोग शाम को घरों के छतों और बालकनी में समय बिताने लगे हैं।
एक दशक में हम कितना खुद को बदल चुके हैं यह सोचने के लिए अब इंसान के लिए काफी समय है। लोगों ने खुद की जिंदगी एंड्रॉयड फोन और नौकरी से साथ बिजनेस में बितानी शुरू कर दी थी। गांव शहर के तब्दील होने लगे हैं और शहर से घरों की छतें गायब हो गईं है। एक दशक पहले जब लोगों का की शाम उनके घर के छतों पर गुजरती थी अब वही उनकी फोन पर और पार्टियों, क्लबों में गुजरने लगी हैं। कोरोना वायरस जैसी महामारी से बचने के लिए जहां एक ओर देश को लॉक डाउन किया गया है। तो दूसरी ओर लोगों को एक दशक पीछे ले आया है।
इस वक्त लोग घरों में समय व्यतीत कर रहे हैं। इसी के साथ शाम उनकी छतों पर गुजर रही है। शहर में अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों का समय उनकी बालकनी में गुजर रहा है। ताजा हवा के साथ समय बिताते लोग पिछले किस्सों के साथ इस अपना समय परिवारों के बीच बिता रहे हैं।