कोरोना पर दिखी जागरुकता : घर पर नहीं घुस पाये हरियाणा से आये बेटे

कानपुर । कोरोना वायरस के खतरे का खौफ कहें या जागरुकता, कुछ भी हो, हरियाणा से आये बेटों को घर वालों ने घुसने नहीं दिया और रिश्तों को दरिकिनार करते हुए कहा गया कि पहले जांच कराकर आओ। जब वह लोग जांच के लिए अस्पताल जा रहे थे तो पुलिस कर्मियों ने उन्हे पकड़ लिया। पुलिस वाले भी जब पूरी बात सुनी वह सन्न रह गये और परिजनों की इस जागरुकता की सराहना की। इसके साथ ही उन्हे अस्पताल पहुंचाया गया।
कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है। ऐसे में जो लोग जहां पर हैं वहीं पर रुक गये, पर जिनके पास राशन आदि की समस्या है, खासकर मजदूर वर्ग तो वह लोग अपने घरों तक पहुंचने के लिए तरह-तरह के रास्ते अपनाते हैं। ऐसा ही मामला कानपुर के चकेरी थाना क्षेत्र में गुरुवार को आया। यहां पर पुलिस ने बाइक में जा रहे तीन युवकों को रोका तो उनमें एक युवक ने अपनी पहचान मंगला विहार निवासी बतायी। बताया कि महाराजपुर निवासी मौसेरे भाई के साथ हरियाणा की एक फैक्ट्री में काम करते थे। पूरे देश में लॉकडाउन होने के चलते वहां पर भोजन की समस्या बढ़ गयी। ऐसे में दोनों लोग एक ट्रक के जरिये किसी तरह से आगरा तक पहुंचे और वहां से कानपुर का साधन न मिलने पर भाई को बाइक लेकर बुलाया। उसी बाइक से तीनों लोग बचते बचाते आज कानपुर पहुंचे तो घर वालों ने साफ कह दिया कि पहले जांच कराकर फिर घर के अंदर आना। घर वालों की दलील थी कि अगर आप लोग कोरोना से ग्रसित होंगे तो परिजन तो इसकी चपेट में आएंगे ही साथ ही शहरवासी भी नहीं बच पाएंगे। ऐसे में हम लोग अस्पताल जा रहे हैं। पुलिस वाले ऐसी बात सुनकर सन्न रह गये और परिजनों की इस जागरुकता की सराहना करते हुए तीनों युवकों को काशीराम अस्पताल में जांच के लिए भर्ती कराया।