कोरोना के खौफ से डरा आईआईटी, खाली कराएगा हॉस्टल

- स्क्रीनिंग के बाद ही अब लोगों को आईआईटी में मिला प्रवेश

कानपुर । दुनिया में जानलेवा साबित हो रहा कोरोना वायरस कानपुर में भी दस्तक दे दिया है और लोग दहशत में बने हुए हैं। यहां तक विश्व में अपनी ज्ञान का लोहा मनवा रहा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर भी इससे अछूता नहीं है। आईआईटी प्रबंधन ने निर्णय लिया कि हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को घर भेजा जाए। इसके साथ ही अन्य कई सावधानियों को बरतने का निर्णय लिया है। संस्थान ने एडवाइजरी जारी किया है कि जब तक कोरोना का प्रभाव है तब तक एक-दूसरे से मिलने से परहेज करें। इसके साथ ही अब बिना स्क्रीनिंग के कोई भी व्यक्ति आईआईटी में प्रवेश नहीं कर सकेगा।
आईआईटी के उप निदेशक मणीन्द्र अग्रवाल ने सोमवार को बताया कि यह संभावना है कि कानपुर में कारोना वायरस का प्रसार अगले या दो सप्ताह में काफी बढ़ सकता है। यह एक ऐसी स्थिति भी हो सकती है जिसमें संस्थान के हॉस्टल खाली करवाना पड़ सकता है। ऐसे परिदृश्य से बचने के लिए जिसमें बड़ी संख्या में छात्रों को अपने-अपने गंतव्यों तक पहुंचने के लिए परिवहन सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ेगा। जिसको मद्देनजर रखते हुए टास्क फोर्स ने आज हॉस्टल में छात्रों की क्रमिक कमी की सिफारिश की है। सिफारिश के अनुसार सभी स्नातक, एमबीए, और प्रथम वर्ष के एमटेक, एमडी, एमएस छात्रों को 19 मार्च तक छात्रावासों को खाली करना आवश्यक है।
केवल पीएचडी द्वितीय वर्ष के एमटेक, एमडी, एमएस और पांचवें वर्ष के दोहरी डिग्री वाले छात्र जो कि पहले से ही परिसर में मौजूद है उन छात्रों को 19 मार्च से छात्रावासों में रहने की अनुमति है। कैंपस से दूर पीजी छात्रों के लिए विशेष अवकाश प्रदान किया जाएगा। बताया कि अगर कोई भी पीएचडी द्वितीय वर्ष के एमटेक, एमडीएस, एमएस और पांचवें वर्ष में दोहरी डिग्री वाले छात्र परिसर छोड़ने की इच्छा रखते हैं, उन्हें विशेष अवकाश प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा कोराना वायरस से निपटने के लिए कुछ प्रोटोकाल भी अपनाए जा रहे हैं। जिसके तहत कम्युनिटी सेंटर वन और आशियाना में सामाजिक कार्यों के लिए सभी बुकिंग जिसमें बाहर से आने वाले आगंतुक शामिल हैं, को अगली सूचना तक रद्द किया जा रहा है। कम्युनिटी सेंटर टू की दूसरी मंजिल पर एक और क्वारंटाइन सुविधा स्थापित की जा रही है। इसलिए अगली सूचना तक कम्युनिटी सेंटर टू में कोई अन्य कार्यक्रम नहीं किया जा सकता है।
नियमित दवाओं के लिए स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले सेवानिवृत्त कर्मचारियों को 10-12 बजे के बीच केंद्र के सामने स्थापित हेल्प डेस्क को रिपोर्ट करना होगा। उनकी पुस्तिकाएं जमा की जाएंगी और दवाएं डेस्क के माध्यम से उन्हें दी जाएंगी। आईआईटी हेल्थ सेंटर में चलाए जा रहे स्पेशलिस्ट ओपीडी को कल से अगली सूचना तक निलंबित किया जा रहा है। इसके साथ ही यह एडवाइजरी जारी की गयी है कि संस्थान में रहने वाले बुजुर्ग और बच्चों को स्वास्थ्य केंद्र जाना चाहिए, क्योंकि वे संक्रमण के लिए अतिसंवेदनशील हैं। उप निदेशक ने बताया कि इन दिनों संस्थान में आने जाने वाले लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी।