कौन बताएगा फुटपाथ पर जिंदगी गुजार रहे लोगों को कोरोना का कहर




कानपुर । चीन से पनपा एक वायरस पूरी दुनिया मे अपना कहर जनमानस में बरपा रहा है। कोरोना की चपेट में आकर कई लोगों ने अपनी जान भी गवां दी है। सरकार और प्रसाशन लोगों से ज्यादा से ज्यादा साफ सफाई रखने की बात कर रहा है। साथ ही लॉक डाउन की स्थिति आ गई। वहीं अगर फुटपाथ पर रहने वाले लोगों की बात की जाए तो उनको इस वायरस से बचने के लिए क्या साधन उपलब्ध हैं या किये जा रहे हैं।
एक सवाल जो शायद किसी न किसी के जहन में जरूर आया होगा। कोरोना नाम के एक जानलेवा वायरस जिसकी शुरुआत चीन से हुई और आज कई देश इसकी चपेट में आ चुके हैं। भारत मे भी इसकी चपेट में आकर कई लोगों की जान जा चुकी है वहीं कई इस वायरस का शिकार हैं जिनका इलाज किया जा रहा है। अभी तक इस वायरस के लिए कोई इलाज खोजा तो नहीं गया पर लोगों से यही अपील की जा रही है कि लगातार वो खुद हाथों की सफाई करते रहें और भीड़भाड़ वाली जगह पर न जाएं। यहां तक हालात अब यह हैं कि कानपुर सहित कई जिलों को लॉक डाउन कर दिया गया। जिसके चलते उत्तर प्रदेश सरकार ने 31 मार्च तक स्कूल कॉलेज भी बंद कर दिए हैं यही नहीं मंदिरों के पट भी इसको लेकर बन्द हो गए हैं। बाजारों में मास्क और सेनेटाइजर की कमी आ गई है। पढ़ा लिखा और समझदार इंसान इससे बचाव के लिए हर सम्भव कार्य कर रहा है। पर सवाल यह उठता है कि जो लोग फुटपाथ पर और झुग्गी-झोपड़ियों में गंदगी के बीच अपना जीवन बिता रहे हैं और जानकारी के अभाव में जीवन बिता रहे हैं वह इस जानलेवा वायरस से खुद को कैसे बचाये और इनको कैसे बचाया जाए।
जनपद के रसूलाबाद थानाक्षेत्र में फुटपाथ में रहने वाले राम कमल से जब उनसे बात की और उनसे पूछा कि क्या वह जानते हैं की कोरोना क्या है इससे क्या नुक्सान हो रहा है। इस सवाल को सुनकर पहले राम कमल मुस्कुराया और बोला बाबू जी जिंदगी जी रहा हूं बस यही काफी है ये कोरोना बोरोन का है इसका पता नही। जब हमने उनको बताया कि यह एक जानलेवा बीमारी है और साफ सफाई से नही फैलती है। तो उसने बोला कि बाबू जी सफाई का क्या करें गंदगी के बीच जिंदगी बिता दी अब का सफाई देखें कुछ होना होगा तो हो जाएगा। सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का भी राम कमल को कोई ज्ञात नहीं है। सबसे बड़ी बात है कि ऐसे जनपद में कई राम कमल हैं जो अभी भी जानकारी के अभाव में हैं। सोचने की बात यह कि लगातार लोगों के बीच काम करने वाले एनजीओ इस वक्त कहां है जो सरकार की सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं पर जरूरत मंदों के बीच नहीं पहुंच पा रहे हैं। जानलेवा यह वायरस जब इन बेसहारा लोगों के बीच दस्तक देगा तब जनपद और देश का क्या हालात होंगे यह सोचने पर मजबूर कर देता है।