इमाम हुसैन के जन्मदिवस पर गरीबों मज़दूरों बेसहारों की मदद का संकल्प लिया

कानपुर, मोहम्मदी यूथ ग्रुप के ज़ेरे एहतिमाम पैगम्बर ए इस्लाम के नवासे, मौला अली के शाहबज़ादे हज़रत इमाम हुसैन की यौम ए विलादत (जन्मदिवस) पर गरीबों, मज़दूरों व बेसहारों की सहायता करने का संकल्प लिया व देश मे लाकडाउन का पालन करने का संदेश देशवासियों को देने के साथ खानकाहे हुसैनी हज़रत ख्वाजा सैय्यद दाता हसन सालार शाह की दरगाह कर्नलगंज ऊँची सड़क पर मनाया गया। यौमे विलादत की बरकत से पूरी दुनियां में कोरोना वायरस से निजात व बीमार हो रहे लोगो को जल्द से जल्द सेहत तंदुरुस्ती देने की अल्लाह से दुआ की गयी।

मोहम्मदी यूथ ग्रुप ने देश में लागू लाकडाउन का पालन करते हुए इमाम हुसैन के जन्मदिवस को सादगी के साथ मनाकर हिंदुस्तानियों को लाकडाउन का पालन करने का संदेश भी दिया। 

मोहम्मदी यूथ ग्रुप के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड ने कहा हमारा मुल्क इस वक्त मुसीबत मे है मुसीबत मे मुल्क के गरीबों मज़लूमों बेसहारों की मदद करने वाले फरीश्ते बनकर उनकी मदद कर भूखों को खाना खिलाना उनका सहारा बनकर मिसाल बने सभी धर्मों के लोग इस कार्य में तन मन धन से लगे है उनकी इंसानियत की खिदमात को देखकर हज़ारों लोग मदद को आ रहे है उलेमा ए दीन ने विलादत इमाम हुसैन को खिताब करते हुये कहा कि इमाम हुसैन जुल्म जिनाकारी नशाखोरी के खिलाफ व हक़ पर हमेशा रहे, आका मौला हुजूर सरकार हज़रत मोहम्मद मुस्तफा ने फरमाया हुसैन मुझसे है और मै हुसैन से हूँ इमाम हुसैन जन्नत मे नौजवानो के सरदार है। हमारे नबी इमाम हुसैन से इतनी मोहब्बत करते थे कि नमाज़ पढ़ते वक्त हुसैन उनके कंधो पर चढ़ जाते थे और आक़ा हुज़ूर सरकार मुस्कुरा देते थे।

उलेमाओं ने इमाम हुसैन की जिन्दगी और उनके बताये हुये रास्ते पर चलने व गरीबों मज़लूमों बेसहारों की मदद करने पर ज़ोर दिया। इमाम हुसैन हक़ और सच के लिये शहीद हुये जो पूरी दुनिया के लिए हमेशा मिसाल बनी रहेगी। 

विलादत में इखलाक अहमद डेविड चिश्ती, हाफिज़ सैय्यद फैसल ज़ाफरी, हाफिज़ शकील अहमद, हाफिज़ कफील हुसैन खाँ, फाज़िल चिश्ती, मोहम्मद शाबान, आदि रहे।