- बांगरमऊ पुलिस के जरिए जलपान के बाद ट्रक,बस आदि से भेजा गया
उन्नाव 29 मार्च । कोरोना वाइरस के चलते शहरों में कमाई करने वाले मजदूर इस कदर दहशत ज़दा हुए की वाहनों के अभाव में पैदल ही सैकड़ों मील दूर स्थित अपने घरों के लिए चल दिए । यही नहीं उनके साथ अबोध बच्चे और महिलाएं भी कदमताल करने को मजबूर हो गए ।
बीते करीब 4 दिनों से विभिन्न शहरों से पलायन करने वाले मजदूरों का बांगरमऊ क्षेत्र की सड़कों पर तांता लगा हुआ है । हैरत की बात तो यह है कि शहरों से आने वाले मजदूरों के हुजूम की विधिवत चिकित्सीय जांच भी नहीं हो पा रही है ।
गौरतलब है कि बीते शनिवार को प्रदेश सरकार के फैसले के बाद दिल्ली में फंसे प्रदेश के मजदूरों को घर वापस लाने के लिए सैकड़ों की संख्या में परिवहन निगम तथा निजी बसों को दिल्ली रवाना किया गया । लेकिन दिल्ली एन सी आर के आनंद बिहार में यूपी के मजदूरों की संख्या इतनी अधिक हो गई बसें कम पड़ गई । जब बसों की छतों तक पर जगह नही मिली , तब अनजानी मौत के खौफ के चलते हजारों की संख्या में लोग पैदल ही अपने घरों के लिए चल पड़े । सरकारी बसें भी मजदूरों को आधा अधूरा ही सफर करवा रही हैं । किसी को कन्नौज, किसी को बिल्हौर तो किसी को आगरा एक्सप्रेस वे पर ही छोड़कर बसें अपने डिपो की ओर भाग रही हैं। आज इतवार को प्रातः से ही दिल्ली से वापस लौट रहे मजदूरों के सैकड़ों पैदल जत्थे बांगरमऊ के विभिन्न मार्गो पर देखे गए । जिन्हें स्थानीय पुलिस द्वारा जलपान कराने के बाद बस ट्रक आदि वाहनों से उनके क्षेत्र तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है । दिल्ली से आने वाले कामगारों के जत्थों के विधिवत चिकित्सीय जांच भी नहीं हो पा रही है । ऐसी स्थिति में इस बीमारी के और फैलाव की आशंका बढ़ गई है।