यूपी बोर्ड परीक्षा में सख्त रहा प्रशासन, चार हजार से अधिक छात्रों ने छोड़ी परीक्षा

- पहले दिन 128 केन्द्रों में प्रथम पाली में हाईस्कूल की हुई हिंदी की परीक्षा
- बी कापी न मिलने से परेशान हुए छात्र, इण्टरमीडिएट की दी गयी बी कापी

कानपुर । यूपी बोर्ड परीक्षा मंगलवार को शुरु हुई और नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए शिक्षा विभाग से लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट रहा। सख्ती का असर यह रहा कि पहले ही दिन प्रथम पाली में हुई हाईस्कूल की हिंदी की परीक्षा में चार हजार से अधिक छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी। जनपद में कुल 128 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा करायी गयी और एक भी छात्र नकल करते नहीं पकड़ा गया। यह अलग बात रही कुछ केन्द्रों पर बी कॉपी समय से नहीं मिल सकी तो छात्र परेशान हो गये। नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए आनलाइन मानीटरिंग की जा रही थी और अधिकारी भी बराबर केन्द्रों का निरीक्षण करते रहे।

यूपी बोर्ड की परीक्षा मंगलवार को हिंदी पेपर के साथ शुरु हुई, पहली पाली में हाईस्कूल का पेपर रहा और छात्र समय से परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचने लगे थे। परीक्षा केन्द्रों में छात्रों की सघन तलाशी ली गयी और कोई भी प्रतिबंधित सामान अंदर नहीं ले जाने दिया गया। छात्र व छात्राएं सिर्फ प्रवेश पत्र, रजिस्ट्रेशन कार्ड के साथ परीक्षा से संबंधित ही वस्तु अंदर ले जा सके। परीक्षार्थियों को तय समय पर पेपर दिया गया और कक्ष निरीक्षक से लेकर सचल दस्ता बराबर गश्त करता रहा। नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए शिक्षा विभाग व प्रशासन के अधिकारी परीक्षा केन्द्रों का दौरा करते रहे। इसके साथ ही आनलाइन मानीटरिंग सिस्टम से भी निगरानी होती रही। शिक्षा विभाग व प्रशासन हर हाल में पिछली बार की भांति इस बार भी यूपी बोर्ड परीक्षाएं नकल विहीन कराने को प्रयासरत है। इसी का नतीजा रहा कि जनपद में एक भी परीक्षार्थी नकल करते नहीं पकड़ा गया। वहीं कुछ शिक्षकों ने बताया कि ऑनलाइन हाजिरी भेजने में सर्वर धीमा होने की दिक्कत हुई।
 
चार हजार से अधिक छात्रों ने छोड़ी परीक्षा
जनपद में हाईस्कूल परीक्षा के हिंदी पेपर के लिए 53405 छात्रों का रजिस्ट्रेशन था, जिनमें छात्रों की संख्या 27868 और छात्राएं 25537 रही। परीक्षा कंट्रोलर दीपक शुक्ला ने बताया कि 4380 छात्रों ने परीक्षा छोड़ी हैं, जिनमें 3088 छात्र और 1292 छात्राएं रही। बताया कि जनपद में 7800 कक्ष निरीक्षकों ने 128 परीक्षा केन्द्रों में बोर्ड परीक्षा कराया। जिनमें तीन संवेदनशील हैं। जनपद को 16 सेक्टरों में बांटा गया है और पांच सचल दल की टीमें बराबर निरीक्षण करती रहीं। कंट्रोल रुम से सभी परीक्षा केन्द्रों पर नजर रखी गयी। सभी परीक्षा केंद्रों पर इंटरनेट और बिजली की व्यवस्था ठीक रही और केन्द्र व्यवस्थापकों का सहयोग बेहतर रहा।  
 
परीक्षा केन्द्र पर यह चीजें रही प्रतिबंधित

माध्यमिक शिक्षा विभाग के जारी दिशा निर्देशों के अनुसार परीक्षा केंद्र पर पर किसी प्रकार की अध्ययन सामग्री, मोबाइल, हेडफोन, कैलकुलेटर, स्मार्ट वाच, बैग तथा परीक्षा को प्रभावित करने वाले अन्य इलेक्ट्रानिक यंत्र लाना प्रतिबंधित रहा। हालांकि परीक्षार्थी आवश्यकतानुसार पारदर्शी ज्यामिति बॉक्स और पानी की बोतल अपने साथ परीक्षा कक्ष में ले गये। ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन के छात्र आदित्य सक्सेना व छात्रा कशिश ने बताया कि हिंदी का पेपर पिछले वर्ष की अपेक्षा सरल रहा। पेपर हल करने में किसी तरह की दिक्कत नहीं हुई।

बी कापी को लेकर परेशान हुए छात्र
शहर में बने 128 केंद्रों पर मंगलवार की सुबह यूपी बोर्ड की परीक्षाएं शुरु हुई और पहले ही दिन केंद्रों पर बी कापियों के संकट ने परीक्षार्थियों को परेशान कर दिया। बी कापी न मिलने से केन्द्र व्यवस्थापकों ने जिला विद्यालय निरीक्षक से संपर्क किया तब जाकर सुनिश्चित हुआ कि इंटरमीडिएट की बी कापी दी जाए। नवाबगंज स्थित डीपीएस इंटर कालेज में छात्राएं रोने लगी। प्रधानाचार्य नंदकिशोर मिश्रा ने बताया कि डीआईओएस कार्यालय में फोन कर बी कॉपी खत्म होने के बाद की स्थिति में निर्देशों के बारे पूछा गया। इस पर डीआईओएस कार्यालय द्वारा सभी परीक्षा केंद्रों में ऐसी स्थिति पर 12वीं की बोर्ड परीक्षा की बी कॉपी इस्तेमाल करने के निर्देश दिए गए। इस बाबत केंद्र अध्यक्षों ने पहले ही विरोध जताते हुए कहा था कि हिंदी का पेपर बड़ा होता है और परीक्षार्थी अधिक लिखते हैं। पूर्व प्रवक्ता हरीराम कटियार ने बताया कि हिंदी के साथ गणित और विज्ञान जैसे प्रश्न पत्र में भी ज्यादा उत्तर पुस्तिकाओं की जरूरत होती है। गणित में परीक्षार्थी रफ कार्य करते हैं, जबकि विज्ञान में डेरीवेशन और सवालों को हल करने के लिए अधिक पेज चाहिए होते हैं।

डीआईओएस का कहना
डीआईओएस सतीश तिवारी ने बताया कि परीक्षा पूरी तरह से नकल विहीन करायी गयी। एक भी परीक्षार्थी नकल करते नहीं पकड़ा गया। विभाग के साथ जिलाधिकारी डा. ब्रह्मदेव राम तिवारी भी बराबर जायजा लेते रहे। जीआईसी चुन्नीगंज को मुख्य संकलन केंद्र बनाया गया है, जबकि राजकीय बालिका इंटर कॉलेज घाटमपुर और बीआरडी इंटर कॉलेज बिल्हौर उपसंकलन केंद्र बनाया गया है। समय से सभी परीक्षा केन्द्रों से कापियों को जमा कराया गया है।




केंद्रों पर डीएम ने देखी परीक्षा
परीक्षा में किसी तरह की अव्यवस्था ना हो इसके लिए जिलाधिकारी डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी ने ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन में ऑनलाइन मॉनिटरिंग सिस्टम देखा। इसके बाद डीआईओ एस समेत अन्य सचल दल ने केंद्रों का निरीक्षण किया। कंट्रोल रूम प्रभारी दीपक शुक्ला ने बताया कि सभी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न हुई है। 25 कंप्यूटरों से केंद्रों की निगरानी की गयी। जिलाधिकारी डा. ब्रह्मदेव राम तिवारी ने बताया कि यूपी बोर्ड परीक्षाएं जनपद में पूरी तरह से नकल विहीन करायी जाएंगी और सभी तैयारियां पूरी करने के साथ आज की परीक्षा सकुशल संपन्न हुई।