वाराणसी से इंदौर तक जाने वाली तीसरी प्राइवेट सेक्टर की ट्रेन

 

 

कानपुर । वाराणसी से इंदौर तक जाने वाली तीसरी प्राइवेट सेक्टर की ट्रेन रविवार को सेंट्रल स्टेशन पहुंची। रविवार की दोपहर काशी-महाकाल एक्सप्रेस को वाराणसी स्टेशन से प्रधानमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। काशी-महाकाल एक्सप्रेस ट्रायल के लिए रविवार को वाराणसी स्टेशन से महाकाल के लिए रवाना की गई। ट्रायल के चलते यह ट्रेन रविवार को अपने निर्धारित समय से डेढ़ घंटे पहले 7.20 बजे कानपुर सेंट्रल के वीआइपी प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची। स्टेशन पर सांसद सत्यदेव पचौरी ने ट्रेन की अगवानी की। इसके बाद झंडी दिखाकर ट्रेन को इंदौर के लिए रवाना किया। ट्रेन के अधिकारियों के मुताबिक पूर्व में इस ट्रेन में कुल 18 बोगियां थी। जबकि यात्रियों के लिए 15 बोगियां हैंं। आईआरसीटीसी ने इसमें बदलाव करते हुए कुल 12 बोगियां चलाने का फैसला लिया है। जिसमें यात्रियों के लिए नौ, एक पैंट्री व दो जनरेटर यान की रहेंगी। तीन बोगियों को रिजर्व में रखा गया है। यात्रियों की संख्या बढऩे पर अतिरिक्त बोगियां लगाई जाएंगी। ट्रेन में 5 सुरक्षाकर्मी हर बोगी में रहेंगे। हर यात्री का 10 लाख रुपये का रेल ट्रैवल बीमा होगा। इसमें किराए के साथ 300 रुपये कैटरिंग चार्ज भी होगा। 20 सीटें सीनियर सिटीजन के लिए,6 सीटें महिलाओं और 4 बर्थ दिव्यागजन के लिए आरक्षित हैं। पांच से कम उम्र के बच्चों का पूरा किराया लगेगा। ट्रेन छूटने के पांच मिनट पहले तक टिकट बनेंगे। ट्रेन में खाना

 ट्रॉली से परोसा जाएगा। इसमें वाराणसी की कचौड़ी और इंदौर का पोहा खाने का स्वाद बढ़ाएगा । ट्रेेेन में वरिष्ठ नागरिक समेत किसी श्रेणी को रियायत नहीं मिलेगी तथा तत्काल आरक्षण की सुविधा भी नहीं होगी।

सांसद सत्यदेव पचौरी, सांसद भोले सिंह, विधयक सुरेंद्र मैथानी, एमएलसी अरुण पाठक, सीटीएम हिमांशु उपाध्याय, दिवाकर तिवारी आदि लोग मौजूद रहे।