कानपुर । जनपद में गंगा की धारा को अविरल व गंदगी मुक्त बनाने के लिए लगाए गई सीईटीपी और एसटीपी का शुक्रवार को अचानक बंद हो गया। जिसके चलते गंगा में बिना ट्रीट के टेनरियों से निकलने वाला दूषित जल गंगा में जा रहा था। इसकी जानकारी पर जिलाधिकारी तत्काल सभी 258 टेनरियों को बंद करने के आदेश दिए हैं।
शहर में गंगा को टेनरियों से निकलने वाले दूषित सीवेज से बचाने व धारा को अविरल करने के लिए शहर में नमामि गंगे परियोजना के तहत सीईटीपी व एसटीपी ट्रीटमेंट लगाया गया था। शुक्रवार को अचानक ट्रीटमेंट प्लांट में तकनीकी खराबी आ गई। खराबी के चलते सिचाई नहर को जाने वाला कोमन हेडर टूट गया है जिससे सीवेज का गंदा पानी गंगा में जाने लगा। इसकी जानकारी पर तुरंत प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहित प्रशासन ने काम पूरा होने तक सभी टेनरियों को बंद करने के आदेश दिए हैं। इस सम्बंध में जिलाधिकारी बीआरडी तिवारी ने बताया कि जनपद की 258 टेनरियों को तत्काल संचालन बंद किए जाने को कहा गया है। ट्रीटमेंट प्लांट के दुरुस्त होने के बाद ही टेनरियों को खोला जाएगा। इसको लेकर विभागीय अफसरों को टेनरियों की चेकिंग करने के निर्देश दिए गए हैं।
शहर में गंगा को टेनरियों से निकलने वाले दूषित सीवेज से बचाने व धारा को अविरल करने के लिए शहर में नमामि गंगे परियोजना के तहत सीईटीपी व एसटीपी ट्रीटमेंट लगाया गया था। शुक्रवार को अचानक ट्रीटमेंट प्लांट में तकनीकी खराबी आ गई। खराबी के चलते सिचाई नहर को जाने वाला कोमन हेडर टूट गया है जिससे सीवेज का गंदा पानी गंगा में जाने लगा। इसकी जानकारी पर तुरंत प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहित प्रशासन ने काम पूरा होने तक सभी टेनरियों को बंद करने के आदेश दिए हैं। इस सम्बंध में जिलाधिकारी बीआरडी तिवारी ने बताया कि जनपद की 258 टेनरियों को तत्काल संचालन बंद किए जाने को कहा गया है। ट्रीटमेंट प्लांट के दुरुस्त होने के बाद ही टेनरियों को खोला जाएगा। इसको लेकर विभागीय अफसरों को टेनरियों की चेकिंग करने के निर्देश दिए गए हैं।